नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 2019-20 के घरेलू सीजन का खाका तैयार कर लिया है। महानिदेशक (क्रिकेट संचालन) सबा करीम ने इस कार्यक्रम का प्रस्ताव रखा है और इसके मुताबिक 17 अगस्त से दिलीप ट्रॉफी से घरेलू सत्र की शुरुआत होगी।
यह सीजन ईरानी कप के साथ समाप्त होगा, जो अगले साल 18 से 22 मार्च के बीच खेला जाएगा। बड़े टूर्नामेंट में पहले विजय हजारे ट्रॉफी, फिर सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और फिर रणजी ट्रॉफी का आयोजन किया जाएगा, जिसका फाइनल नौ से 13 मार्च 2020 के बीच खेला जाएगा।
करीम ने बीसीसीआई के राज्य संघों को जो तारीखें दी हैं, उनके मुताबिक विजय हजारे ट्रॉफी 24 सिंतबर से 10 अक्टूबर के बीच खेली जाएगी। इसके बाद देवधर ट्रॉफी 31 अक्टूबर से चार नबंवर के बीच खेली जाएगी। इन दोनों टूर्नामेंट के बाद सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट की शुरुआत आठ नवंबर से होगी, जो एक दिसंबर तक चलेगा। फिर रणजी ट्रॉफी का आयोजन किया जाएगा।
करीम ने यह भी साफ कर दिया है कि रणजी ट्रॉफी के लिए पिचों की देखरेख और किस पिच पर मैच खेला जाएगा, इस बात की जिम्मेदारी न्यूट्रल क्यूरेटर को दी जाएगी. घरेलू टीम को न्यूट्रल क्यूरेटर का पूरा समर्थन करने का कहा गया है।
जोनल समनव्यक से राज्य संघों के प्रतिनिधियों से बैठक करने और संबंधित जोनल टूर्नामेंट के कार्यक्रम के बारे में जानकारी लेने को कहा गया है। समनव्यक से 17 अगस्त से पहले बीसीसीआई मुख्यालय में अपना जवाब दाखिल करने को कहा गया है।