चेन्नई। भारतीय ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद को लीजेंड ऑफ चेस टूर्नामेंट के नौवें और अंतिम दौर में युक्रेन के वैसिल इवानचुक के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा जिससे प्रतियोगित में वह नीच से दूसरे स्थान पर रहे।
आनंद ने 150000 डॉलर इनामी शतंरज टूर्नामेंट में लचर प्रदर्शन किया और उन्हें आठ हार का सामना करना पड़ा। वह 10 खिलाड़ियों के बीच नौवें स्थान पर रहे। उनसे पीछे सिर्फ ग्रैंडमास्टर पीटर लेको रहे जिन्होंने अंतिम स्थान हासिल किया।
आनंद और इवानचुक के बीच चारों बाजियां ड्रॉ रही जिसके बाद नतीजे के लिए टाईब्रेकर का सहारा लेना पड़ा लेकिन वह भी 59 चाल के बाद बराबरी पर छूटा।
युक्रेन का खिलाड़ी निर्णायक बाजी में काले मोहरों के साथ खेला था इसलिए उसे विजेता घोषित किया गया।
पचास साल के आनंद सात मैच अंक के साथ नौवें स्थान पर रहे। मैग्नस कार्लसन टूर पर पदार्पण करते हुए उन्होंने एकमात्र जीत बोरिस गेलफेंड के खिलाफ दर्ज की।
अन्य मैचों में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन ने व्लादिमीर क्रैमनिक को 3-1 से हराकर शुरुआती चरण के सभी नौ मुकाबले जीते।
सेमीफाइनल में अब नॉर्वे के कार्लसन का सामना पीटर स्विडलर से होगा जबकि हंगरी के अनीष गिरी रूस के इयान नेपोमनियाची से भिड़ेंगे।