पटना। माननीय सर्वोच्च न्यायालय के याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा, बिहार क्रिकेट संघ के पूर्व सचिव रविशंकर प्रसाद सिंह और खगड़िया जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सह विधायक डॉ संजीव कुमार सिंह ने बिहार सरकार और बीसीसीआई से बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी समेत कई संघ के कई पदाधिकारियों को तुरंत से हटाने की मांग की है। साथ ही राकेश कुमार तिवारी के खिलाफ जांच कमेटी गठित कर उनके कार्यकाल का स्वच्छ जांच करने की मांग की है।
इन सबों ने कहा कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन में वर्तमान समय में कानून और नियम नाम की कोई चीज नहीं रह गई। यहां बस एक व्यक्ति का राज पाट चल रहा है। तानशाही तरीके से बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी काम कर रहे हैं। इन सबों ने कहा कि अध्यक्ष के काले कारनामों की काफी लंबी सूची है।
इन सबों ने कहा कि अध्यक्ष सचिव मुक्त बिहार क्रिकेट संघ बनाना चाहते हैं। पिछली बार सचिव को हटाया और इस बार भी वे हटाने में लगे हैं।
आदित्य वर्मा ने बताया कि हमने कोतवाली थाना में आईपीसी के धाराओं के तहत बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी, उपाध्यक्ष दिलीप सिंह, कोषाध्यक्ष आशुतोष नंदन, सीईओ मनीष राज, चयनकर्ता अनंत प्रकाश, विष्णु शंकर, सिद्धार्थ राज सिन्हा, भागलपुर के आनंद मिश्रा के खिलाफ केस दर्ज किया है।
आदित्य वर्मा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मांग की है कि हमने तो एफआईआर कर दिया है पर उसको अमली जामा पहनाना आपके पुलिस महकमे का काम है। आप उसमें तेजी लाएं। मोइनुल हक स्टेडियम में बिहार क्रिकेट संघ से छिना जाए।
आदित्य वर्मा ने कहा कि यहां पैसों का खेल चल रहा है। बाहर के खिलाड़ियों को पैसा लेकर खेलाया जा रहा है। इस पर अगर सही से जांच कर दी जाए तो यह विश्व का बड़ा खेल घोटाला होगा।