नईदिल्ली। भारत के अनुभवी टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने अपने 100वें टेस्ट से पहले गुरुवार को कहा कि वह इस उपलब्धि से खुश हैं, लेकिन अब भी उनके पास हासिल करने के लिये बहुत कुछ बाकी है।
पुजारा ने मैच की पूर्व संध्या पर यहां संवाददाताओं से कहा कि मैंने हमेशा आज पर ध्यान दिया है। मैंने जब क्रिकेट खेलना शुरू किया तब नहीं सोचा था कि 100 टेस्ट खेलूंगा। आप अपने कैरियर में हमेशा उतार-चढ़ाव से गुजरते हैं जिनसे आपको लड़ना होता है। मेरा ध्यान हमेशा अपने प्रदर्शन पर केंद्रित रहा, और 100 टेस्ट पूरे हो गये।
उन्होंने कहा कि यह मेरे साथ-साथ मेरे परिवार के लिये भी बड़ी उपलब्धि है। इस सफर में मेरे पिता ने मेरा साथ दिया है। मेरी पत्नी ने भी लगातार मेरा समर्थन किया। वे कल यहां मैच देखने के लिये होंगे। हम सब इससे काफी खुश हैं लेकिन अभी हासिल करने के लिये बहुत कुछ बाकी है।”
टेस्ट क्रिकेट में भारत के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज पुजारा को जब पिछले साल टीम से बाहर किया गया तो उन्होंने इंग्लैंड की काउंटी चैंपियनशिप का रुख किया। पुजारा ने इंग्लैंड की मुश्किल पिचों पर सफलतापूर्वक अपनी फॉर्म तलाशी और आठ मैचों में 109.40 की औसत से 1094 रन बना डाले। उन्होंने काउंटी सत्र को यादगार बनाते हुए तीन दोहरे शतक और दो शतक भी जड़े, जिसके बाद इंग्लैंड के विरुद्ध हुए एकमात्र टेस्ट मैच में उन्हें टीम में वापस बुला लिया गया।
पुजारा से पहले सिर्फ 12 भारतीय क्रिकेटरों ने 100 टेस्ट खेले हैं, जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 73 खिलाड़ी यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। पुजारा जब दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम पर शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध दूसरा टेस्ट खेलने उतरेंगे तो वह खेल के सबसे लंबे प्रारूप में उनका 100वां मैच होगा।


