न्यूयार्क। तीन बार के चैंपियन स्पेन के राफेल नडाल और रूस के डेनिल मेदवेदेव यहां जारी साल के चौथे और अंतिम ग्रैंड स्लैम अमेरिका ओपन के फाइनल में भिड़ेंगे।
नडाल ने पुरुष एकल वर्ग के अपने सेमीफाइनल मैच में 24वीं सीड इटली के मैटयो बेरेटिनी को सीधे सेटों में 7-6 (8-6), 6-4, 6-1 से मात दी जबकि पांचवीं सीड मेदवेदेव ने अपने सेमीफाइनल मैच में बुल्गारिया के ग्रिगोर दिमित्रोव को 7-6 (7-5), 6-4, 6-3 से हराया।
बीबीसी के अनुसार, नडाल अपने करियर में पांचवीं बार अमेरिका ओपन के फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं जबकि मेदवेदेव ने पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम के फाइनल में प्रवेश किया है। नडाल अपने करियर में 18 ग्रैंड स्लैम जीत चुके हैं और सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीतने के मामले में केवल स्विट्जरलैंड के महान खिलाड़ी रोजर फेडरर (20) से पीछे हैं।
आर्थर एश स्टेडियम में पहले दो सेटों को जीतने के लिए नडाल को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। पहला सेट टाई-ब्रेकर तक गया जहां स्पेनिश खिलाड़ी ने 8-6 से जीत दर्ज की। दूसरे सेट में भी बेरेटिनी ने वापसी करने के प्रयास किए, हालांकि नडाल ने अपनी बेहतरीन सर्विस के दम पर उन्हें ऐसा करने नहीं दिया।
सेकेंड सीड नडाल तीसरे सेट में फॉर्म में नजर आए और फाइनल में जगह बना ली। इस टूर्नामेंट में अब तक नडाल ने केवल एक सेट गंवाया है। नडाल ने चौथे दौर में मारिन सिलिक के खिलाफ एक सेट गंवाया था। दूसरी ओर, मेदवेदेव का पहला सेट भी टाई-ब्रेकर तक गया। उन्होंने संयम के साथ टेनिस खेली और चौथे राउंड में रोजर फेडरर को मात देने वाले दिमित्रोव को 7-5 से हराया।
दूसरे और तीसरे सेट में भी दिमित्रोव ने मेदवेदेव को कड़ी टक्कर देने की कोशिश की। हालांकि, वह जीत दर्ज करने में सफल नहीं हो पाए।
मेदवेदेव ओपन एरा में तीसरे ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं जिसने एक ही सीजन में कनाडा, सिनसिनाटी और अमेरिका ओपन के फाइनल में जगह बनाई है। इससे पहले, इवान लेंडल (1982) और आंद्रे अगासी (1995) ने ऐसा किया था।