न्यूयॉर्क, 8 सितंबर। कोको गॉफ ने पर्यावरण कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन के कारण पड़े व्यवधान और करोलिना मुचोवा की कड़ी चुनौती से पार पाकर अमेरिकी ओपन टेनिस टूर्नामेंट के महिला एकल के फाइनल में प्रवेश किया। फ्लोरिडा की रहने वाली 19 वर्षीय गॉफ ने चेक गणराज्य की 27 वर्षीय मुचोवा को 6-4, 7-5 से हराकर पहली बार फ्लशिंग मीडोज में फाइनल में जगह बनाई।
फाइनल में कोको का सामना बेलारूस की आर्यना सबालेंका से होगा जो इस टूर्नामेंट के बाद दुनिया की नंबर 1 खिलाड़ी बन जाएंगी। दूसरी सीड सबालेंका ने दूसरे सेमीफाइनल में अमेरिका की 17वीं सीड मेडिसन कीज को 0-6, 7-6, 7-6 से मात दी। मैच के पहले सेट के बाद कीज की जीत पक्की लग रही थी, लेकिन इस साल की ऑस्ट्रेलियन ओपन विजेता सबालेंका ने शानदार वापसी कर दूसरे सेट में 3-5 से पिछड़ने के बाद वापसी की और मैच का रुख बदल दिया। यह सबालेंका की इस साल की 50वीं जीत भी रही। मेडिसन कीज साल 2017 में यहां उपविजेता रही थीं।
फ्रेंच ओपन 2022 की उपविजेता गॉफ ने दर्शकों के अपार समर्थन के बीच छठे मैच प्वाइंट पर जीत दर्ज की। अमेरिका की खिलाड़ी दूसरे सेट में 5-3 के स्कोर पर मैच के लिए सर्विस कर रही थी। उन्होंने तब पहला मैच प्वाइंट गंवाया।
गॉफ इस बीच दर्शकों से और समर्थन की अपील करती रही और आखिर में मुचोवा को हराने में सफल रही। वह पिछले 22 वर्षों में फ्लशिंग मीडोज में फाइनल में पहुंचने वाली पहली अमेरिकी किशोरी हैं। उनसे पहले 2001 में सेरेना विलियम्स ने यह मुकाम हासिल किया था।
गॉफ ने मैच के बाद कहा,‘‘ मैं इस टूर्नामेंट को देखते हुए बड़ी हुई हूं, इसलिए फाइनल में जगह बनाना मेरे लिए काफी मायने रखता है। यह जश्न का समय है लेकिन अभी काम पूरा नहीं हुआ है और उम्मीद है कि शनिवार को होने वाले फाइनल में आप सभी मेरा समर्थन करने के लिए आएंगे।’’
वह पहला सेट जीतने के बाद जब दूसरे सेट में 1-0 से आगे चल रही थी तो चार प्रदर्शनकारियों ने खेल में बाधा डाली। इन चारों को गिरफ्तार करके बाहर कर दिया गया। इस कारण लगभग 50 मिनट तक खेल रुका रहा और इस बीच दोनों खिलाड़ियों ने लॉकर रूम में समय बिताया।