पटना। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के माननीय लोकपाल ने मधुबनी जिला क्रिकेट संघ के मामले में एक अहम फैसला दिया है। माननीय लोकपाल ने अपने आदेश में कहा कि मधुबनी जिला क्रिकेट संघ में छह सितंबर को हुआ चुनाव वैध है और उसमें गठित कमेटी ही मान्य है। मामले की अंतिम सुनवाई 17 सितंबर को होगी।
मधुबनी जिला क्रिकेट संघ का पहला चुनाव 26 अगस्त को हुआ था पर उसमें हंगामा होने के बाद उसे रोक दिया गया। उसके मतपत्रों को भी जलाने का कृत्य किया गया। इसके बाद एक पक्ष ने लोकपाल के आदेशानुसार 7 सितंबर से पहले यानी छह सितंबर को चुनाव करा लिया। इस चुनाव में सुभाष चंद्र मिश्र अध्यक्ष, बृजेश कुमार उपाध्यक्ष, नवीन कुमार सचिव, पंकज कुमार चौधरी संयुक्त सचिव, प्रवेश गुंजन कोषाध्यक्ष एवं वसुंधरा कुमारी क्लब प्रतिनिधि के रूप में चुनी गई थी। माननीय लोकपाल महोदय ने एडवोकेट नवजोत यीशु के दलील के आगे जिसमें उन्होंने कहा की हुजूर का ही डायरेक्शन था कि सभी जिलों का चुनाव 6 सितंबर से पहले निष्पक्ष एवं स्वतंत्र व्यक्ति के देखरेख में करा लिया जाए।
गौरतलब है कि बिहार क्रिकेट संघ का चुनाव की प्रक्रिया 12 तारीख से शुरू हो चुकी है। 12, 13, 14 सितंबर को प्रत्येक जिले से अधिकृत व्यक्ति के नामाकरण होना है और वोटर लिस्ट का प्रकाशन होना है।
मधुबनी जिला क्रिकेट संघ के 6 सितंबर के चुनाव में 20 में से 14 क्लब ने भाग लिया था और एक क्लब बाहर रहने के बावजूद लिखित समर्थन दिया था।
क्रिकेट जानकारों का कहना है कि बिहार में हो रहे बिहार क्रिकेट संघ के वेबसाइट पर रोज ढेर सारे बदलाव के बीच सदस्य जिलों में एक असुरक्षा की भावना आ गई थी जिसमें माननीय लोकपाल महोदय का यह आदेश न्याय की एक बिंदु की तरफ इशारा करता है।
माननीय लोकपाल महोदय ने बिहार क्रिकेट संघ के चुनाव पदाधिकारी को भी निर्देश दिया है कि मधुबनी जिला क्रिकेट संघ के सचिव नवीन कुमार को मान्य माना जाए और बीसीए के सीईओ को डायरेक्शन दिया है इस आर्डर को बीसीए के वेबसाइट पर अपलोड करें।