पटना। खुद को बीसीएल कन्वेनर खुद से ही कहना तो स्वंभू प्रतीत होता है अगर वाकई आप साफ सुथरे है तो दिल्ली पुलिस का सामना कर अपनी बात स्पष्ट करनी चाहिए थी ना की इस तरह प्रेस कांफ्रेंस कर एकपक्षीय बात कह रहे हैं। जो भी लोग प्रेस कांफ्रेंस में बैठे थे वो सभी जिम्मेदारी भरी पदों पर आसीन थे लगभग पूरे पिछले कार्यकाल में और आमसभा और कॉम द्वारा उन लोगों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत उन्हें बीसीए की गतिविधियों से अलग किया गया है ऐसे में खुद का महिमामंदन करने की बजाय अपने ऊपर लगे आरोपों का तथ्य के साथ विरोध करना चाहिए उचित स्थान पर और वो है दिल्ली पुलिस।बोखलाहट में कोई भी ऐसा कदम नही उठाना चाहिए जो आपको और भी मुसीबत में डाल दे। विरोध और समर्थन समयानुसार होता है और लोकतंत्र में सबका अधिकार है बयानबाजी करने का। केवल पद की लालसा में किया हुआ कार्य लोलुपता दर्शाता है और ऐसी अनर्गल बयानबाजी का उनकी हताशा का परिचायक है।
अरविंद कुमार सिंह
संयोजक, बिहार क्रिकेट लीग