पटना। सीवान में संपन्न हुई बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) के एसजीएम में अपने को अवांछित तत्व घोषित किये जाने पर बिहार क्रिकेट संघ के पूर्व अजय नारायण शर्मा ने कहा कि बीसीए के लोगों की बुद्धि भ्रष्ट हो गई है। उन्होंने कहा कि बीसीए के सुपर बॉस खुद अवांछित तत्व हैं, बैन तो बीसीए के लोगों को उन पर लगाना चाहिए। जिस पर बैन लगाना चाहिए उसकी हां में हां मिलाने में बीसीए के पदाधिकारी, कर्मचारी और जिला यूनिट के पदाधिकारी लगे हुए हैं।

उन्होंने कहा कि न तो मैं बीसीए का सदस्य हूं और न ही पीडीसीए में हूं। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार मैं अब चुनाव नहीं संघ का चुनाव भी नहीं लड़ सकता हूं तो फिर हमसे काहे का डर है भाई। उन्होंने कहा कि अगर मैं बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के किसी कार्यक्रम में जाता हूं तो बीसीए के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी के आग्रह और बुलावे पर। उन्होंने बीसीए अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी का नाम लेते हुए कहा कि दो दिन पहले ही उनका फोन आया था। विजय भव: का आशीर्वाद मांग रहे थे, मैंने देने से इंकार कर दिया था। मैंने कहा था कि मैं आपके खिलाफ लड़ाई लड़ रहा हूं। उन्होंने कहा कि जहां तक मैदान में आने पर बैन लगाने की बात बीसीए कर रहा है,यह मैदान किसी की बपौती नहीं है। दर्शक दीर्घा में बैठ कर आम दर्शक की तरह मैं भी जा सकता हूं।

उन्होंने बीसीए के पदाधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने उनके गैर संवैधानिक कार्य और भ्रष्टाचार का साथ नहीं दिया तो अवांछित हो गया। भई अब तो लड़ाई बड़ी होगी। उन्होंने बीसीए द्वारा किये जा रहे गैर संवैधानिक कार्यों के खिलाफ जंग का एलान कर दिया है।
