पटना। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन का माहौल एक वायरल व्हाट्सएप कॉल रिकॉर्डिंग के कारण इस कड़ाके की ठंड में भी काफी गर्म है। जिस पर बीसीए मीडिया कमेटी के संयोजक कृष्णा पटेल ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त किया और कहा कि बीसीए का एक साधारण कर्मचारी कौशल तिवारी ऐसा वक्तव्य नहीं कर सकता इसके पीछे जरूर बीसीए के किसी मजबूत स्तंभ का संरक्षण प्राप्त है।
क्योंकि जिस आत्मविश्वास के साथ चयन समिति में शामिल सभी सिलेक्टरों की असल औकात बताते हुए और पैसा मांगते सुने जा रहे हैं वो कोई साधारण बात नहीं है।
इसीलिए मैं बीसीए के सभी कमेटी ऑफ मैनेजमेंट के पदाधिकारियों से यह आग्रह कर रहा हूं कि वायरल व्हाट्सएप कॉल रिकॉर्डिंग और फोटो के माध्यम से बीसीए की छवि को धूमिल करने वाले कौशल तिवारी पर अभिलंब अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए और इसकी उच्चस्तरीय जांच भी कराया जाए।
कौशल तिवारी पर कार्रवाई करने में जितना विलंब होगा उतना अधिक कमेटी ऑफ मैनेजमेंट के सभी पदाधिकारियों के ऊपर इस कुकृत्य कार्य में संलिप्तता की बातें आम लोगों के बीच में और अधिक बढ़ती जाएगी।
जैसा कि कोलकाता के खिलाड़ी अधिराज जोहरी को बिहार रणजी टीम में शामिल करने पर हुई थी जिसकी जांच का आज तक कोई अता पता नहीं चल पाया। इसलिए मैं बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के हित में सोचते हुए पुनः बीसीए कमेटी ऑफ मैनेजमेंट के पदाधिकारियों से इस पर त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।