पटना। पूर्व हॉकी खिलाड़ी राणा प्रताप सिंह ऊर्फ मुकेश ने आरोप लगाया कि बिहार में कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा हॉकी खेल के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। राणा ने बताया बिहार राज्य में हॉकी खिलाड़ियों के लिए एक भी खेल मैदान उपलब्ध नहीं है जिसमें राष्ट्रीय स्तर का खेल की आयोजन किया जा सके। साथ राजधानी पटना में एक घास का भी खेल मैदान नहीं जहां खिलाड़ी अभ्यास भी कर सके
उन्होंने कहा कि इस बात का खुलासा राणा के द्वारा दिए गए आरटीआई में हुआ था जो कला, संस्कृति व युवा विभाग के निदेशक संजय सिन्हा को दिया था। उस आरटीआई के जवाब में स्पष्ट हो रहा खुद निदेशक भी स्वीकार कर रहें है बिहार में एक भी हॉकी खेल मैदान नहीं है।
राणा ने कहा अभी वर्तमान में बीएमपी खेल परिसर से भी खिलाड़ियों को रोक दिया गया है। अब खिलाड़ी जाए तो जाए कहा किसी को खिलाड़ियों से कोई लगाव नहीं दिख रहा, जबकि 2011में ही पटना स्थित फिजिकल कॉलेज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा हॉकी स्टेडियम बनाने की बात कही थी।



वहीं इस मामले को लेकर खेल मंत्री को भी कई बार राणा ने पत्र लिख कर इस पर कारवाई की मांग कर चुके हैं। राणा ने बताया कि इसी संदर्भ में बिहार लोक शिकायत निवारण के माध्यम से शिकायत दर्ज करा कर मांग उठाई थी जिसके निराकरण के लिए 10 जुलाई को समय दिया गया था लेकिन कोरोना का हवाला देकर उस दिन सुनवाई टाल दी गई थी। इस पर राणा ने कला संस्कृति निदेशक संजय सिन्हा से फोन पर बात की तो उनसे भरोसा दिया गया था कि बहुत जल्द इसपर दूसरी तिथि में सुनवाई होगी और उसी क्रम में राणा के परिवाद पर 7/8/2020 की तिथि निर्धारित की गई। राणा ने कहा इस मामले के निराकरण के लिए मैं खुद सभी पत्र और आरटीआई के साथ उपस्थित रहा और अपनी शिकायत से अवगत कराया जिसपर जल्द करवाई की भरोसा भी दिया गया है।
लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी द्वारा, आगे लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने कहा कि इस संदर्भ में विभाग के पदाधिकारी से जवाब मांगा जाएगा। वर्ष2011 में मुख्यमंत्री के हॉकी स्टेडियम के लिए पटना स्थित फिजिकल कॉलेज में सिलन्यास के बावजूद अभी तक वहां कार्य क्यों नही शुरू हो पाया। साथ इस शिकायत पर दूसरी सुनवाई की तिथि भी इसी महीने 24अगस्त को लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी द्वारा निर्धारित कर दिया गया है।
इस मामले में राणा ने एक बार फिर खेल मंत्री को पत्र देकर इसमें कारवाई की मांग की है। साथ ही राणा ने मीडिया के माध्यम से आगाह किया है कि खेल दिवस से पूर्व खेल विभाग हॉकी खिलाड़ियों की मांग पर अपना रुख स्पष्ट नहीं करता है तो खेल विभाग के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।