पटना, 15 जनवरी। स्थानीय मोइनुल हक स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी के ग्रुप बी के अंतर्गत छत्तीसगढ़ बनाम बिहार मुकाबला ड्रॉ हो गया। बिहार ने अपनी पहली पारी में 108 रन जबकि दूसरी पारी में सात विकेट पर 226 रन बनाये। छत्तीसगढ़ ने अपनी पहली पारी में दो विकेट पर 329 रन बनाये। इस मैच में मौसम की मार के कारण खेल बहुत बाधित रहा जिसका फायदा बिहार को मिला।
इस मैच में दूसरी बात यह रही है कि बिहार के खिलाड़ियों ने पहली पारी की अपेक्षा दूसरी पारी में अच्छी बैटिंग की। पहले सरमन निगरोध और बाबुल कुमार ने अर्धशतक जमा कर अच्छी शुरुआत दी। खेल के चौथे दिन पहले दिन तीसरे दिन के 3 विकेट पर 144 रन से आगे खेलना शुरू किया। आकाश राज और सकीबुल गणि ने पारी को आगे बढ़ाया। सकीबुल गणि के रूप में चौथे दिन बिहार को पहला झटका लगा और वे तीसरे दिन के स्कोर में 14 रन जोड़ कर सौरभ मजूमदार की गेंद पर पगबाधा आउट हो गए। इस समय टीम का स्कोर 165 रन था। इसके बाद आकाश राज का साथ देने विपिन सौरभ आये। दोनों के बीच 20 रन की साझेदारी हुई पर आकाश राज के आउट होते ही एक बार पारी लड़खड़ा गई।
185 रन के टीम स्कोर पर बिहार को पांचवां झटका लगा। आकाश राज 31 रन बना कर आउट हुए। एक छोर पर विपिन सौरभ टिके थे। इसके बाद सचिन कुमार सिंह आये। वह 16 गेंद पर 6 रन बना कर आउट हुए। कप्तान आशुतोष अमन 12 गेंदों का सामना किया और बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। इसके बाद विपिन सौरभ को वीर प्रताप सिंह का साथ मिला और दोनों विकेट पर डट कर पारी की हार को टालने और मैच को ड्रॉ कराने का प्रयास किया। जब बिहार छत्तीसगढ़ की पहली पारी के आधार पर बढ़त लेने से 5 रन पीछे था और खराब रोशनी के कारण खेल रोका दिया गया और उसके बाद खेल शुरू नहीं हो सका और अंतत: अंपायर ने मैच ड्रॉ होने की घोषणा की। विपिन सौरभ ने 107 गेंद में नाबाद 30 और वीर प्रताप सिंह ने नाबाद 4 रन बनाये। वीर प्रताप सिंह ने 35 गेंद खेले। उन्होंने रन बनाने से ज्यादा विकेट पर टिकना ज्यादा मुनासिब समझा और ड्रॉ कराने में सफलता हासिल की।
दूसरी पारी में छत्तीसगढ़ की ओर से गगनदीप सिंह ने 42 रन देकर 3, वासुदेव ने 42 रन देकर 1, सौरभ मजूमदार ने 61 रन देकर 2 और जेपी बुते ने 40 रन देकर 1 विकेट चटकाये। छत्तीसगढ़ के रवि किरण को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया।