पटना, 18 जून। खेलों के क्षेत्र में बिहार को नई ऊंचाई देने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया है। पाटलिपुत्र खेल परिसर में करीब ₹21.2 करोड़ की लागत से एक अत्याधुनिक बहुउद्देशीय इंडोर स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू होने वाला है। यह स्टेडियम अंतरराष्ट्रीय मानकों पर आधारित होगा और इनडोर खेलों की उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना की जानकारी बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवीन्द्रण शंकरण ने दी। उन्होंने बताया कि बिहार राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड (BSBCCL) इस स्टेडियम का निर्माण करेगा। इसका उद्देश्य राज्य में खेल प्रतिभाओं को विश्वस्तरीय मंच उपलब्ध कराना है।
क्या होंगी सुविधाएं?
2,877.98 वर्ग मीटर के क्षेत्रफल में फैले इस स्टेडियम में एक 41 फीट ऊँचाई वाला बहुउद्देशीय हॉल होगा, जो वॉलीबॉल, बास्केटबॉल, कबड्डी, बैडमिंटन, बॉक्सिंग जैसे इनडोर खेलों के लिए पूरी तरह उपयुक्त होगा।
स्टेडियम के साथ एक उपयोगिता भवन भी बनाया जाएगा जिसमें –
शौचालय
चेंजिंग रूम
वार्म-अप ज़ोन
प्रशासनिक कार्यालय
स्वागत क्षेत्र
प्राथमिक चिकित्सा सुविधाएं
अन्य सुविधाएं
तकनीकी विशेषताएं
स्टेडियम का निर्माण प्रीफैब्रिकेटेड स्टील स्ट्रक्चर से किया जाएगा, जो टिकाऊ और ऊर्जा कुशल होगा।
PUF इन्सुलेटेड छत और दीवार पैनल तापमान नियंत्रण और ऊर्जा बचत सुनिश्चित करेंगे।
LED लाइटिंग, वर्षा जल संचयन प्रणाली, और ग्रीन HVAC सिस्टम इसे पर्यावरण-अनुकूल बनाएंगे।
स्टेडियम में 25,000 वर्ग फीट लकड़ी के फर्श वाला आधुनिक हॉल होगा
अत्याधुनिक साउंड सिस्टम
ऑडियो-वीडियो ब्रॉडकास्टिंग सुविधा
उच्च गुणवत्ता की प्रकाश व्यवस्था
अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार फर्नीचर और खेल उपकरण लगाए जाएंगे।
सुरक्षा और स्मार्ट फीचर्स
CCTV निगरानी
स्मार्ट लाइटिंग और ऑटोमेशन सिस्टम
यूपीएस बैकअप
विद्युत सबस्टेशन
निगरानी और निष्पादन
यह परियोजना EPC (Engineering, Procurement, Construction) मोड पर क्रियान्वित की जाएगी, जिसमें
मिट्टी परीक्षण
संरचनात्मक डिज़ाइन
निर्माण और कमीशनिंग सब कुछ शामिल होगा। IIT/NIT के विशेषज्ञों द्वारा इस निर्माण की तकनीकी निगरानी की जाएगी।
राज्य को होगा क्या लाभ?
राजगीर में खेल अकादमी और स्टेडियम की सफलता के बाद, यह नया स्टेडियम पटना को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं की मेजबानी करने में सक्षम बनाएगा। यह न सिर्फ खिलाड़ियों को स्थानीय स्तर पर विश्वस्तरीय सुविधाएं देगा, बल्कि बिहार को देश के खेल मानचित्र पर एक अहम स्थान भी दिलाएगा।
