पटना। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) के सचिव संजय कुमार ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष व सचिव को बीसीए के वित्तीय अनियमितता से अवगत कराते हुए एक ईमेल किया है और कहा कि इस मुद्दे बीसीसीआई मूकदर्शक क्यों बनी हुई है।
उन्होंने अपने ईमेल में कहा कि बीसीए के एजीएम में अधिसंख्य जिला संघों के पदाधिकारियों ने बीसीए के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी और कोषाध्यक्ष आशुतोष नंदन सिंह के खिलाफ शिकायत की है। उन्होंने यह भी कहा कि अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी जिला संघ के पदाधिकारियों को न यह कह कर डराते हैं कि हमारी केंद्रीय कैबिनेट तक पकड़ है आप चुपचाप रहें।
साथ ही संजय कुमार ने कहा कि कोषाध्यक्ष आशुतोष नंदन सिंह का अध्यक्ष का अप्रत्यक्ष रूप से पूरा सपोर्ट है।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में बीसीसीआई को कई बार ईमेल किया गया पर वह मूकदर्शक बन कर सभी चीजों को देख रहा है।
उन्होंने बीसीए के संविधान और सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त सीओए द्वारा दिये गए आदेश के अनुसार बीसीए का एक अकाउंट होना चाहिए। बीसीए का अकाउंट पहले से था। बीसीए संविधान के अनुसार अकाउंट का ऑपरेशन सचिव और कोषाध्यक्ष के द्वारा किया जाना चाहिए पर अध्यक्ष ने इसमें भी फेरबदल करवा दिया और नतीजतन अकाउंट फ्रीज कर दिया गया।
इसके बाद गैरकानूनी बीसीए संविधान में छेड़छाड़ की और बिना आम सहमति के इसे निबंधन विभाग से पास करवा कर लागू कराने पर तूले हैं। इस संविधान को अभी तक सुप्रीम कोर्ट से अनुमति नहीं मिली है।
उन्होंने कहा कि इस सारे मुद्दों को देख कर यही प्रतीत होता है कि बीसीए अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी द्वारा किये जा रहे गैरकानूनी कार्यों में बीसीसीआई का पूरा सपोर्ट है। उन्होंने बीसीसीआई के अध्यक्ष व सचिव से आग्रह किया है कि जितना जल्द हो इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए बिहार के क्रिकेटरों के भविष्य को खराब होने से बचा लें।