मधेपुरा। बिहार के और कबड्डी रेफरी प्रो कबड्डी में रेफरी की भूमिका में नजर आयेंगे। यह शख्स हैं अरुण कुमार। अरुण कुमार मधेपुरा जिला कबड्डी संघ के सचिव भी हैं। साथ ही मधेपुरा जिला खेलकूद हलचल में इनकी भूमिका अहम रहती है।
ऐसे बिहार के नालंदा जिला कबड्डी संघ के सचिव राणा रंजीत सिंह प्रो कबड्डी के सीजन वन से रेफरी की भूमिका में हैं। उन्हें बेस्ट रेफरी का भी अवार्ड मिल चुका है।


अरुण कुमार मधेपुरा में कबड्डी को बढ़ाने में दिन रात एक किए हुए हैं और आज इसका परिणाम मधेपुरा की कई बच्चों को राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त करवाने के लिए अपना खून को पसीना की तरह बहाया। अरुण कुमार निस्वार्थ भाव से जिले में सामाजिक और खेल के क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाए हैं।
अरुण कुमार वर्ष 2000 में कबड्डी का खिलाड़ी थे जब बिहार झारखंड साथ था। 2000 में जिला टीम का कप्तान बन के कैमूर में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का जिला का प्रतिनिधि किया। फिर उधर से आने के बाद मधेपुरा में कबड्डी को एक संजीवनी के रूप में उन्होंने शुरू किया। 2003 में कबड्डी की एक रूपरेखा तैयार कर उन्हें अमलीजामा पहनाया और लगातार मेहनत करने के बाद आज इस मुकाम पर है। 2003 से लेकर अभी तक में दर्जनों खिलाड़ी को राष्ट्रीय स्तर पर कामयाबी हासिल की।

यहां तक कि मधेपुरा में कबड्डी को गांव-गांव तक सुदूर देहात तक में जाकर जिला स्तर प्रखंड स्तर से लेकर के राज्य स्तरीय प्रतियोगिता तक करवाने का काम किया। वे 2012 में प्रथम विश्व कप महिला कबड्डी प्रतियोगिता आयोजन समिति के सदस्य भी रह चुके हैं। अरुण कुमार दर्जनों राष्ट्रीय प्रतियोगिता में रेफरी और अम्पायर का कार्य कर चुके हैं।