पटना। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा आने वाले दिनों में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग लेने वाली बिहार टीम के सेलेक्शन में गड़बड़झाला थमने का नाम नहीं ले रहा है। खबर है कि लोगों द्वारा की गई शिकायत के बाद बिहार क्रिकेट एसोसिएशन भी कुछ एक्शन में आया है और खिलाड़ियों के कागजात जांचने और उनका फिटनेस टेस्ट कराने की तैयारी हो रही है।
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कई खिलाड़ियों के कागजाताओं के खिलाफ शिकायत बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को मिली जिसकी जांच बिहार क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों ने की और सही पाया है। खबर के अनुसार उत्तर बिहार के एक जिले से ताल्लुक रखने वाली एक खिलाड़ी के जन्मतिथि प्रमाण पत्र को लेकर अलग-अलग दस्तावेज मिले है। लड़की के पिता ने जो अभिप्रमाणित कर जो दस्तावेज दिया है उसमें अलग जन्मतिथि है। उसके कक्षाओं के जो दस्तावेज हैं उसमें जन्मतिथि को लेकर काफी भिन्नता है। लड़की ने जो जन्मप्रमाण पत्र प्रस्तुत किया है उसमें अलग जन्म तिथि है। बहुत गड़बड़झाला है।
खबर है कि एक प्लेयर की जांच में मिली इस गड़बड़ी के बाद बिहार क्रिकेट संघ ने सारे प्लेयरों के दस्तावेज जांच करने शुरू कर दिये हैं और कहा यह जा रहा है कि लगभग छह-सात प्लेयरों के दस्तावेजों की शिकायत बीसीए के पास पहुंच चुकी है। एक नामी प्लेयर का डाक्यूमेंटस सोशल मीडिया पर वायरल है। उसका आधार कार्ड यूपी का बताया जा रहा है। साथ ही उसने जो जन्मप्रमाण पत्र प्रस्तुत किया है वह बिना बारकोड वाला है। खबर तो यह है कि अभी तक वह बिना बारकोड वाले जन्मप्रमाण पत्र को ही प्रस्तुत कर खेलती आ रही है। हालांकि इस बात की पुष्टि खेलढाबा.कॉम नहीं करता है।
कुछ प्लेयरों के फिटनेस और उनकी योग्यता पर भी सवाल उठे हैं। एक प्लेयर को लेकर यह कहा जा रहा है कि वह दस कदम दौड़ नहीं सकती है और पिछले 8-10 साल से उसने क्रिकेट को अलविदा कर रखा था और चयनकर्ता ने उसे स्पेशल बुला कर ट्रायल दिलवाया और वह सेलेक्टेड हुई। उसका ट्रायल निर्धारित तिथि को न होकर दूसरे दिन हुआ।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन शिकायतों को देखते हुए बिहार क्रिकेट एसोसिएशन हो सकता है प्लेयरों का फिटनेस टेस्ट करा सकता है। सूत्र का कहना है कि अभी जब टीम को जाने में समय बचा हुआ है तो संघ चाहता है कि जो बदनामी मिल रही है उसे धोया जाए पर जानकार कहते हैं कि बिहार क्रिकेट में जो एक बार हो गया सो गया अब कुछ नहीं होने वाला है यह केवल ढ़ोग रचा जा रहा है। खैर देखते हैं कि आगे क्या होता है।

