नईदिल्ली। भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने 2007-08 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान हुए मंकीगेट प्रकरण को याद करते हुए कहा है कि अगर इस वजह से टीम दौरा बीच में छोड़कर वापस आती तो लोगों को लगता कि हमने कुछ गलत किया है।
कुंबले ने भारतीय ऑफ स्पिनर आर अश्विन से उनके यू-ट्यूब चैनल ‘डीआरएस विद ऐश’ पर कहा, ‘‘एक कप्तान के रूप में आप आमतौर पर मैदान पर निर्णय लेने के लिए तैयार रहते हैं। यहां मुझे कुछ ऐसी चीजों का सामना करना पड़ा जो मैदान के बाहर की थी और मुझे खेल के हित में निर्णय लेना था।’
उन्होंने कहा, हमारे टीम के खिलाड़ी हरभजन पर नस्लीय टिप्पणी करने के कारण तीन मैचों का प्रतिबंध लगा दिया गया था जिसके बाद हमने इस फैसले के खिलाफ अपील की थी।
क्या था मंकीगेट प्रकरण
2007-08 ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान भारत के ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह और ऑस्ट्रेलिया के एंड्रय़ू सायमंड्स के बीच कहासुनी हुई थी जिसके बाद नस्लीय टिप्पणी करने के आरोप में हरभजन पर तीन मैचों का प्रतिबंध लगा दिया गया था।
मंकीगेट मामला इतना बढ़ गया था कि भारत ने हरभजन पर लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ अपील दायर थी और इस दौरे को बीच में छोड़ भारत लौटने की मांग भी होने लगी थी। इस मामले में सचिन तेंदुलकर की गवाही हुई थी जिसके बाद हरभजन से प्रतिबंध हटाया गया था।