फीफा विश्व कप 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ ईरान के खिलाड़ियों ने अपने पहले मैच से पूर्व सोमवार को राष्ट्रगान न गाकर स्वदेश में चल रही अशांति को लेकर विरोध प्रकट किया।
ईरान के कप्तान अलिरेज़ा जहांबख्श ने मैच से पहले कहा था कि देश में चल रहे सरकार-विरोधी प्रदर्शनों का समर्थन करने के लिये राष्ट्रगान गाने से इनकार करने का फैसला टीम “मिलकर” लेगी।
खलीफा अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में जब मैच से पहले राष्ट्रगान गाने का समय आया तो ईरानी एकादश गंभीर चेहरों के साथ चुपचाप खड़ी रही। उल्लेखनीय है कि ईरान में 22 वर्षीय महसा अमीनी की 16 सितंबर को पुलिस हिरासत में मृत्यु हो गयी थी, जिसके बाद से देशभर में सरकार-विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं।
Iran’s team didn’t sing the Islamic Republic’s nasty song before kickoff.#FIFAWorldCup2022 #مهسا_امینی pic.twitter.com/xeL1GGCyM3
— mirozhe (@mirozhe_) November 21, 2022
अमिनी को उनकी मृत्यु से तीन दिन पहले इस्लामिक गणराज्य में महिलाओं के ड्रेस कोड का उल्लंघन करने के लिए गिरफ्तार किया गया था। ईरान के कई खिलाड़ियों ने राष्ट्रव्यापी प्रदर्शनों का समर्थन करने के लिये राष्ट्रगान गाने और अपनी जीत का जश्न मनाने से गुरेज़ किया है।