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Tuesday, March 19, 2024

FIFA World cup 2022 : मेसी मैजिक से अर्जेंटीना बना विश्व चैंपियन

फ्रांस का फिर से विजेता बनने का सपना चकनाचूर, माबापे की हैट्रिक बेकार

मुकाबला फीफा वर्ल्ड कप फाइनल का हो और उसमें रोमांच ना हो तो यह फाइनल हो ही नहीं सकता। रविवार को खेले गए देर रात के मुकाबले में उतार-चढ़ाव के खेल में अर्जेंटीना ने फ्रांस को टाई ब्रेकर में 4-2 से हराकर तीसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनने का अपना सपना पूरा कर लिया। माहिर माने जाने वाले लियोनेल मेसी का जादू फाइनल में सिर चढ़कर बोला और उन्होंने न केवल निर्धारित समय के खेल में बल्कि अतिथि अतिरिक्त समय और फिर टाई ब्रेकर में भी गोल करके अपने देश को चैंपियन बना दिया। दोनों ही टीमें 90 मिनट के खेल में 2-2 की बराबरी पर थी इसके बाद आधे घंटे के अतिरिक्त समय में एक एक गोल हुआ। फिर शूटआउट में अर्जेंटीना ने फ्रांस को 4- 2 हरा दिया।

मेसी ने फाइनल के हर हिस्से में गोल करके विश्व कप से रिटायर होते हुए आखिरकार वह सब कुछ हासिल कर लिया जिसकी कमी उनको अब तक महसूस हो रही थी। उनके लिए यह पहला वर्ल्ड कप खिताब है।

इस तरह अर्जेंटीना ने 36 साल का सूखा समाप्त करते हुए फीफा विश्व कप फुटबॉल प्रतियोगिता का खिताब जीत लिया है। कतर के लुसैल आईकॉनिक स्टेडियम में इस परिणाम के बाद अर्जेंटीना ने न केवल तीसरी बार फीफा का वर्ल्ड कप जीता है बल्कि उसने फ्रांस से यह खिताब भी छीन लिया है। अर्जेंटीना इससे पहले 1978 और 1986 में विश्व कप जीत चुका है। दूसरी ओर फ्रांस को 1998 और 2018 में चैंपियन बनने का गौरव हासिल है। इस तरह फ्रांस का लगातार दूसरी बार और कुल मिलाकर तीसरी बार चैंपियन बनने का सपना टूट गया।

कतर की मेजबानी में पिछले लगभग एक महीने से चल रहे इस टूर्नामेंट का रविवार को समापन हो गया। फ्रांस की हर के बाद मबापे सबसे उदास होंगे जिन्होंने मैच में हैट्रिक जमाई।

हजारों दर्शकों के बीच खेले गए इस मैच में मेसी और फ्रांस के किलियन मबापे के बीच का यह मुकाबला माना जा रहा था। फ्रांस की टीम अर्जेंटीना की ही तरह ग्रुप चरण के अपने मुकाबले में हार गई थी। इसके बावजूद दोनों ही देशों ने शुरुआती हार के सदमे से उबरते हुए फाइनल तक का सफर तय किया और शानदार खेल दिखाया।

मैच का पहला गोल लियोनेल मेसी ने 20वें मिनट में ही किया जब अर्जेंटीना को पेनाल्टी किक मिला। मेसी ने इस मौके पर गोलकीपर ह्यूगो लॉरिज को गलत साबित करते हुए उनके दाई ओर गेंद को जाल में डाल दिया। इस तरह मेसी ग्रुप चरण से लेकर फाइनल तक लगातार सभी मैचों में गोल करने वाले खिलाड़ी बन गए।

पिछली चैंपियन टीम फ्रांस पहले गोल के बाद संभल नहीं पाई। अर्जेंटीना के दबाव ने उनके डिफेंडर को गलती करने पर मजबूर कर दिया। इसका फायदा अर्जेंटीना ने तब उठाया जब मैक एलिस्टर के पास पर एंजेलो मारिया ने बॉक्स के बीचो बीच बाएं पैर से शॉट लगाते हुए गेंद को जाल में डाल दिया। यह दिलचस्प है कि एलिएटर 2014 के वर्ल्ड कप का फाइनल अर्जेंटीना के लिए इसलिए नहीं खेल सके थे क्योंकि तब वह चोटिल हो गए थे। लेकिन इस बार उन्होंने टीम के लिए अहम भूमिका निभाई है।

फ्रांसीसी खिलाड़ी काइलियन मबाप्पे जो मेसी के साथ एक ही क्लब में खेलते हैं, पहले हाफ में ऑफ कलर दिखे। लैटिन खिलाड़ियों ने उन पर जबरदस्त निगरानी कर रखी थी और इसी का फायदा अर्जेंटीना को मिला। हालांकि पहले हाफ में बढ़ाए गए सात मिनट के खेल के दौरान फ्रांस की ओर से भी हमला बनता रहा। इस दौरान अर्जेंटीना के एंजो फर्नांडिस को खराब फाउल के लिए रेफरी ने पीला कार्ड दिखाया। दोनों ही टीमों ने पहले हाफ में लगभग बराबरी के हिसाब से गेंद अपने पास रखी लेकिन आक्रमण के हिसाब से अर्जेंटीना के टीम ज्यादा कामयाब रही।

दूसरे हाफ में भी अर्जेंटीना की टीम शुरुआत में हमलावर रही। लेकिन उनका खेल फ्रांस के जवाबी हमलों से बिखरता नजर आया। नतीजा यह रहा कि निर्धारित समय के आखिरी 20 मिनट में पिछली चैंपियन टीम फ्रांस ने अर्जेंटीना के खिलाफ ताबड़तोड़ हमले बोल दिए। अर्जेंटीना के गोलकीपर डेमियन मार्टिनेज ने जिनको पहले हाफ में बिल्कुल भी परीक्षा नहीं देनी पड़ी थी, इस बार बचे हुए 20 मिनट में फ्रांसीसी अटैक का सामना करना पड़ा। मैच में उस समय जबरदस्त मोड़ आया जब 80वें मिनट में फ्रांस को पेनाल्टी दिया गया। इसपर मबापे ने कोई गलती नहीं की और उन्होंने गोलकीपर के बाई ओर गेंद को जाल में उलझा दिया। स्टेडियम में बैठे दर्शकों की तालियां अभी ठहरी भी नहीं थी कि मबापे ने एक और गोल81वें मिनट में कर दिया। उन्होंने जोरदार शॉट लगाते हुए मार्टिनेज को असहाय कर दिया। इस तरह निर्धारित समय में मुकाबला 2-2 की बराबरी पर आ गया। और यही स्कोर निर्धारित समय तक रहा। इस तरह मबापे ने वर्ल्ड कप में 10 गोल पूरे कर लिए हैं। इस वर्ल्ड कप में मबापे के नाम सात गोल हैं।

अतिरिक्त समय का खेल भी कमाल कर रहा जिसमें पहले मेसी ने गोल किया और फिर बिल्कुल आखरी वक्त पर मबापे ने अपना तीसरा गोलघर गोल कर मैच को 3-3 की बराबरी पर ला दिया।

इसके बाद मुकाबला इसके बाद मुकाबला टाईब्रेकर में चला गया। फ्रांस ने दो गोल किए जबकि अर्जेंटीना ने चार गोल दागे। विजेता टीम के गोलकीपर डेमियन मार्टिनेज मैच के हीरो रहे जिन्होंने एक शॉट बचाया। जबकि एक अन्य शॉट बाहर गया। अर्जेंटीना के लिए मेसी, पाउलो, पैरेडेसी और गोंजालो ने तथा फ्रांस के लिए अंबापे और कोलो मौनी ने गोल किए। किंग्सले कॉमन और ऑरलीज नाकाम रहे।

 

मैच के महत्वपूर्ण रिकॉर्ड

लियोनेल मेसी 26 मैचों के साथ फीफा विश्व कप इतिहास में सबसे ज्यादा मैच खेलने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। उनके बाद लोहार मैथ्यूज ने 25, मिरोसलाव क्लोज ने 24, पावलो माल्डिनो ने 23 और क्रिस्टीयानो रोनाल्डो ने 22 मैच खेले हैं।

मेसी विश्वकप में 210गोल करने में शामिल रहे हैं। इसमें से उन्होंने 13 गोल किए और 8 में सहायक रहे। इस तरह 1966 के बाद विश्वकप में सबसे ज्यादा 21 गोल करने में शामिल होने का उन्होंने रिकॉर्ड बना लिया है।

लियोनेल मेसी एक विश्व कप में ग्रुप चरण, प्री क्वार्टर फाइनल, क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल में गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं।

2002 के बाद अर्जेंटीना के लियोनेल स्कोलरी 44 साल की उम्र में फाइनल में टीम के कोच बनने वाले सबसे युवा टीम के कोच बन गए हैं।

21 वी शताब्दी में विश्व कप फुटबॉल के फाइनल में यह चौथा अवसर है जब मुकाबला अतिरिक्त समय में खेला गया है। इससे पहले 2006, 2010 और 2014 में भी फाइनल मुकाबला अतिरिक्त समय में खेला गया था।

मबापे 1966 के बाद विश्व कप फाइनल में हैट्रिक जमाने वाले पहले खिलाड़ी हैं। 1966 में इंग्लैंड के ज्यॉफ हर्स्ट ने हैट्रिक जमाई थी फाइनल में।

मेसी और मबापे ने इस विश्व कप में सबसे ज्यादा क्रमश से सात और आठ गोल दागे हैं।

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