पटना। बीसीसीआई के द्वारा आयोजित और बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (गोपाल बोहरा गुट) के तत्वावधान में एंटी डोपिंग और एंटी करप्शन का एक दिनी कार्यशाला एक सितंबर को होटल अल्काजार, कंकडबाग, पटना में संपन्न हुआ। इस कार्यशाला में 155 खिलाड़ियों ने भाग लिया।
बीसीए (गोपाल बोहरा गुट) के सीईओ सुधीर कुमार झा ने बताया कि बीसीसीआई के एंटी डोपिंग, उम्र निर्धारण और विशेषज्ञ चिकित्सक एवीपी ऑफिसर डॉ साल्वी और एंटी करप्शन ऑफिसर धीरज मल्होत्रा ने कार्यशाला में उपस्थित खिलाडियों और सपोर्टिंग स्टाफ को संबोधित किया।
डॉ साल्वी ने उपस्थित खिलाड़ियों को डोपिंग से बचने के लिए अनेक प्रकार के उपाय बताए। डॉ साल्वी ने कहा की प्रतिबंधित दवाएं कुछ समय के लिए राहत तो देती है, मगर इससे खिलाड़ियों का भविष्य अंधकारमय हो जाता है।
प्रतिबंधित दवाओं के लेने से किडनी ख़राब होने का खतरा बढ़ जाता है। डॉ साल्वी ने खिलाड़ियों को आगे बताया कि अगर किसी कारणवश आपातकालीन परिस्थिथि में ऐसी दवा लेने के लिए चिकित्सक के द्वारा परामर्श दिया जाता है, तो उसकी सूचना बीसीसीआई को अवश्य दे, ताकि डोपिंग टेस्ट पोजेटिव होने पर भी उन्हें प्रतिबंध नहीं झेलना पड़े। एंटी करप्शन ऑफिसर धीरज मल्होत्रा ने खिलाडियों को किसी भी व्यक्ति के द्वारा दिए गए उपहार, प्रलोभन आदि से बचने की सलाह दी।