विशाखापट्टनम। एसीए-वीसीए स्टेडियम में खेले जा रहे पहले मैच के दूसरे दिन गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका खराब स्थिति में पहुंच गई है। भारत के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के दोहरे शतक और रोहित शर्मा की शतकीय पारी के बाद रविचंद्रन अश्विन-रवींद्र जडेजा की स्पिन जोड़ी ने उसे परेशानी में डाल दिया।
भारत ने मयंक और रोहित की शानदार पारियों के दम पर अपनी पहली पारी सात विकेट के नुकसान पर 502 रनों पर घोषित की। अश्विन और जडेजा ने दक्षिण अफ्रीका को अच्छी शुरुआत नहीं करने दी और दिन का खेल खत्म होने तक उसके तीन विकेट महज 39 रनों पर ही चटका दिए।
मेहमान टीम अभी भी भारत से 463 रन पीछे है। स्टम्प्स तक सलामी बल्लेबाज डीन एल्गर 27 और उप-कप्तान टेम्बा बावुमा दो रन बनाकर खेल रहे हैं।
विशाल स्कोर के सामने दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज दबाव में दिखे। 14 के कुल स्कोर पर अश्विन ने एडिन मार्कराम (5) को बोल्ड कर मेजबान टीम को पहली सफलता दिलाई। थेयुनिस डे ब्रून ने चार रनों का योगदान दिया और 31 के कुल स्कोर पर अश्विन का दूसरा शिकार बने। तीन रन बाद जडेजा ने डीन पीएड्ट ने को बिना खाता खोले पवेलियन भेज दक्षिण अफ्रीका को मुसीबत में डाल दिया।
इससे पहले, दक्षिण अफ्रीका मयंक और रोहित से परेशान रही। मयंक का यह पहला टेस्ट शतक है और अपने पहले ही शतक को वे दोहरे में तब्दील करने में सफल रहे हैं। इसी के साथ वह पहले टेस्ट शतक को दोहरे में तब्दील करने वाले भारत के चौथे बल्लेबाज बन गए हैं। उनसे पहले दिलीप सरदेसाई, करुण नायर और विनोद कांबली ऐसा कर चुके हैं।
पहले दिन 84 रनों पर नाबाद लौटेने वाले मयंक ने दूसरे दिन 69वें ओवर की दूसरी गेंद पर अपने 100 रन पूरे किए। पहले सत्र में मयंक, रोहित की छत्र छाया में रहकर उनका साथ देते रहे। रोहित 176 के निजी स्कोर पर केशव महाराज की बेहतरीन गेंद पर बीट हुए और क्विंटन डी कॉक ने उन्हें स्टम्प कर दिया।
आउट होने से पहले रोहित और मयंक ने पहले विकेट के लिए 317 रनों की साझेदारी की जो भारत के लिए टेस्ट में पहले विकेट के लिए अभी तक की तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। रोहित ने 244 गेंदों का सामना कर 23 चौके और छह छक्के लगाए।
रोहित के जाने के कुछ देर बाद दक्षिण अफ्रीका ने नई गेंद ली और इसका फायदा उसे दूसरे सत्र में मिला। दूसरे सत्र की पहली ही गेंद पर वार्नोन फिलेंडर ने चेतेश्वर पुजारा (6) को बोल्ड कर दिया।
अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे सेनुरान मुथुसामी ने भारतीय कप्तान विराट कोहली को 20 रनों के स्कोर से आगे नहीं जाने दिया। मुथुसामी ने कोहली को अपनी ही गेंद पर कैच पकड़ कर आउट किया। मुथुसामी की गेंद कोहली की अपेक्षा के मुताबिक कुछ ज्यादा टर्न ले गई और बल्ले का ऊपरी किनारा लेकर मुथुसामी के हाथों में चली गई।
इसके बाद मयंक को दूसरे छोर से अजिंक्य रहाणे (15) का साथ मिला। 116वें ओवर की पहली गेंद पर मयंक ने दो रन ले अपना दोहरा शतक पूरा किया। रहाणे के साथ उन्होंने 54 रनों की साझेदारी की। रहाणे को महाराज ने टेम्बा बावुमा के हाथों लपकवाया।
200 का आंकड़ा पार करने के बाद मयंक भी आक्रामक हो गए थे। डीन एल्गर की एक फुलटॉस गेंद को वे डीप मिडविकेट पर खड़े डीन पीएड्ट के हाथों में खेल आउट हो गए। मयंक ने अपनी पारी में 371 गेंदें खेलीं और 23 चौके तथा छह छक्के लगाए।
दक्षिण अफ्रीका के महाराज दो विकेट ले चुके हैं। फिलेंडर, मुथुसामी और एल्गर के हिस्से एक-एक विकेट आया।