क्रिकेट के खेल में कब क्या हो जाए पता नहीं। कभी-कभी जीत की राह पर पहुंच चुकी टीम हार जाती है और कभी मुश्किल जीत को भी हासिल कर लेती है। कभी ऐसा भी होता है कि आखिरी गेंद पर जीत के लिए एक या दो रन चाहिए और टीम हार जाती है और कभी आखिरी गेंद पर चार या छह रन चाहिए तो बल्लेबाज सिक्स जमा कर अपनी टीम को खुश कर देती है। खेलढाबा.कॉम आप को जा उन कुछ बल्लेबाजों के बारे में जानकारी दे रहा है जो अंतिम गेंद पर सिक्स जमा कर अपनी टीम को जीत दिलाई है। तो आइए जानते हैं इनके बारे में-
जावेद मियांदाद
जावेद मियांदाद द्वारा आखिरी गेंद पर जमा गए सिक्स को भारतीय कप नहीं भूला पाते हैं। साल 1986 में शारजाह में ऑस्ट्रलेशिया कप के फाइनल में भारत और पाकिस्तान की टीम आमने-सामने थीं। इस मैच में भारत ने पहले खेलते हुए 50 ओवर में सात विकेट पर 245 रन बनाये। जवाब में पाकिस्तान को 246 का टारगेट मिला। इस मैच में पाकिस्तानी पारी ढह रही थी पर एक छोर पर जावेद मियांदाद जमे थे और उन्होंने अपनी शतकीय पारी की बदौलत पाकिस्तान को जीत की दहलीज पर पहुंचा दिया। आखिरी गेंद पर पाकिस्तान को जीत के लिए चार रनों की जरुरत थी। सामने थे भारतीय गेंदबाज चेतन शर्मा और जावेद मियांदाद ने सिक्स जमा कर पाकिस्तान को जीत और कप दिला दिया।


लांस क्लूजनर
साउथ अफ्रीका के लांस क्लूजनर (छंल्लूी ङ’४२ील्ली१) ने साल 1999 में नैपियर में न्यूजीलैंड के खिलाफ 192 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए में अंतिम गेंद पर छक्का मारा था। यहां क्लूजनर ने डियोन नैश की आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर दक्षिण अफ्रीका को शानदार जीत दिलाई थी।


ब्रेंडन टेलर
वर्ष 2006 में बांग्लादेश के खिलाफ मैच में जिंबाब्वे के पूर्व कप्तान ब्रेंडन टेलर ने मशरफे मोर्तजा की आखिरी बॉल पर छक्का जड़कर अपनी टीम को जीत दिलाई थी। उस वक्त जिम्बाब्वे को जीत के लिए 5 रन की जरूरत थी और उन्होंने हवाई शॉट लगाते हुए छक्का मार दिया था।


शिवनारायण चन्द्रपॉल
श्रीलंका के खिलाफ साल 2008 में वेस्टइंडीज को जीत के लिए आखिरी 2 गेंदों पर 10 रन की जरुरत थी। . उस वक्त शिवनारायण चन्द्रपॉल ने चमिंडा वास की पांचवीं गेंद पर चौका और आखिरी बॉल पर छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाई थी।


ईडी रैनसफोर्ड
वर्ष 2010 में आयरलैंड के खिलाफ खेले गए मैच में जिम्बाब्वे के निचले क्रम के बल्लेबाज ईडी रैनसफोर्ड ने अंतिम गेंद पर छक्का मार कर अपनी टीम को जीत दिलाई थी। अंतिम गेंद पर जीत के लिए एक रन की जरुरत थी। सामने थे आयरलैंड के हरफनमौला गेंदबाज केविन ओब्रायन। रैनसफोर्ड ने छक्का जमा कर मैच जिता दिया।


रेयान मैक्लॉरेन
साउथ अफ्रीका के रेयान मैक्लॉरेन ने साल 2013 में अपनी टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ सनसनीखेज जीत दिलाई थी। उस वक्त उनकी टीम को जीत के लिए अंतिम ओवर में आठ रन की जरूरत थी। तब मैक्लॉरेन ने जेम्स फ्रेंकलिन की आखिरी बॉल पर छक्का जड़कर न्यूजीलैंड के हाथों में आई जीत को उनसे छीनकर साउथ अफ्रीका की झोली में डाल दिया था।


नाथन मैकुलम
वर्ष 2013 में श्रीलंका के खिलाफ हम्बानटोटा में खेले गए मैच में न्यूजीलैंड के पूर्व बल्लेबाज नाथन मैकुलम ने रंगना हेराथ की गेंद पर छक्का जड़ कर टीम को जीत दिलाई थी। अंतिम गेंद पर जीत के लिए पांच रन की जरुरत थी। मैकुलम ने छक्का जड़ कर लक्ष्य को प्राप्त कर लिया।


दिनेश कार्तिक
श्रीलंका में हुई निदहास ट्रॉफी के फाइनल में दिनेश कार्तिक ने छक्का मारकर टीम इंडिया को न सिर्फ मैच जितवाया था, साथ ही टूर्नामेंट का खिताब भी दिलाया था। इस टी20 मैच में कार्तिक ने शानदार पारी खेलते हुए 8 गेंद पर नाबाद 29 रन बनाए थे और उन्हें अपने शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच भी चुना गया था।