नईदिल्ली। लगभग दो दशक तक टेनिस की दुनिया में चमक बिखेरने के बाद विश्व के नम्बर वन खिलाड़ी स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर ने गुरुवार को संन्यास लेने का एलान कर दिया। तेईस सितंबर से इंग्लैंड में होने वाला लेवर कप फेडरर के करियर का आखिरी एटीपी टूर्नामेंट होगा।
फेडरर ने कहा कि टेनिस ने वर्षों में मुझे कई उपहार दिये, उसमें सबसे बड़े वे लोग हैं जिन्होंने इस सफर में मुझे प्यार दिया। मेरे दोस्त, मेरे साथ खेलने वाले साथी और प्रशंसक जो खेल को अपना जीवन देते हैं। उनका मैं शुक्रिया अदा करता हूं।
स्विस खिलाड़ी ने कहा कि आगामी लेवर कप का सत्र उनका अंतिम एटीपी टूर्नामेंट होगा। फेडरर ने 24 वर्षों में 1500 से अधिक मैच खेले हैं, हालांकि पिछले तीन साल उनके टेनिस जीवन के लिये काफी संघर्षपूर्ण साबित हुये। फेडरर ने 2003 में सिर्फ 21 साल की उम्र में विंबलडन के रूप में अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीता था जबकि आखिरी बार उन्होंने 2021 के फ्रेंच ओपन में हिस्सा लिया था, जहां वह तीसरे राउंड की जीत के बाद रिटायर हो गए थे। इसके बाद से वह लगातार कोर्ट में वापसी का प्रयास कर रहे थे, लेकिन सफल नहीं हो पाए थे।
अपने फैंस के नाम चार पेज के बयान में स्टार खिलाड़ी ने संन्यास की वजह लगातार चोट, फिटनेस और उम्र को बताया और कहा,“ मैं 41 साल का हूं। मैंने 24 साल में 1500 से ज्यादा मैच खेले हैं। टेनिस ने मुझे बहुत प्यार और सम्मान दिया है, मगर अब मुझे समझना होगा, मेरे प्रतिस्पर्धी करियर को समाप्त करने का समय आ गया है। अगले हफ्ते लंदन में लेवर कप मेरा अंतिम एटीपी इवेंट होगा। मैं भविष्य में निसंदेह और अधिक टेनिस खेलूंगा मगर ग्रैंड स्लैम या टूर पर नहीं।”
पिछले कुछ वर्षों में, फेडरर ने पुरुष एकल टेनिस में कई रिकॉर्ड तोड़े हैं। फेडरर ने 20 ग्रैंड स्लैम जीते हैं और 103 करियर एटीपी खिताब हासिल किए हैं। 2018 में फेडरर को 36 साल की उम्र में सबसे उम्रदराज होने के बावजूद विश्व नंबर 1 बनने का गौरव हासिल हुआ। स्विस आइकन ने अपने करियर में 223 युगल मैच खेले हैं। फेडरर ने 2018 में ऑस्ट्रेलियन ओपन में अपना आखिरी ग्रैंड स्लैम खिताब जीता था। इसके बाद वह 2019 के विंबलडन के फाइनल में पहुंचे थे, जहां एक रोमांचक मुकाबले में नोवाक जोकोविच ने उन्हें शिकस्त दी थी।