रांची, 26 फरवरी। युवा ब्रिगेड के शानदार प्रदर्शन के दम पर इंग्लैंड को पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में हराने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का मानना है कि टीम में आये युवाओं को लगातार सलाह की जरूरत नहीं है बल्कि अच्छे प्रदर्शन के लिये सहयोगी माहौल चाहिये।
अपना दूसरा टेस्ट खेल रहे विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने दोनों पारियों में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने पहली पारी में 90 और दूसरी में नाबाद 39 रन बनाये। यशस्वी जायसवाल, आकाश दीप और सरफराज खान ने भी सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया।
काफी कठिन सीरीज, जीतना अच्छा लगा
रोहित ने चौथा टेस्ट जीतने के बाद कहा कि यह काफी कठिन सीरीज है और जीतने के बाद अच्छा लग रहा है। हमारे सामने कई चुनौतियां थी लेकिन हमने उनका बखूबी सामना किया। ये युवा खिलाड़ी घरेलू सर्किट, स्थानीय क्लब क्रिकेट से यहां आये हैं। यह बड़ी चुनौती थी लेकिन उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया।
उन्होंने कहा कि हमें उन्हें अनुकूल माहौल देना होगा। लगातार सलाह देते रहने से कुछ नहीं होगा। उन्हें पता है कि उन्हें क्या करना है।
सीनियर की जगह लेना आसान नहीं
उन्होंने कहा कि जुरेल ने शांतचित्त होकर खेला। पहली पारी में उसके 90 रन अहम थे और दूसरी पारी में गिल के साथ साझेदारी। प्रमुख खिलाड़ियों का नहीं होना अच्छा नहीं होता लेकिन इसमें कुछ किया नहीं जा सकता। उनकी जगह लेना आसान नहीं लेकिन इन युवाओं ने अच्छा प्रदर्शन किया।
इंग्लिश कप्तान ने कहा-स्पिनरों पर गर्व
इंग्लैंड को ‘बैजबॉल’ दौर में पहली बार सीरीज में हार झेलनी पड़ी लेकिन कप्तान बेन स्टोक्स ने कहा कि उन्हें टीम पर खासकर अनुभवहीन स्पिनरों शोएब बशीर और टॉम हार्टली पर गर्व है।
उन्होंने कहा कि यह अच्छा टेस्ट मैच था। इसमें काफी उतार चढ़ाव रहे जो स्कोर बोर्ड से पता नहीं चलते। हमारे स्पिनरों ने शानदार प्रदर्शन किया और मुझे इस पर फख्र है।