बिहार क्रिकेट में कई ऐसी गतिविधियां आए दिन सामने आ रही हैं जो विचारणीय है। पटना के सभी वर्तमान पुरुष और महिला क्रिकेटरों को सूचित किया जाता है कि वे अपंजीकृत टूर्नामेंट और मैचों या अवैध संगठन द्वारा आयोजित किसी भी क्रिकेट गतिविधियों में भाग न लें। यह मेरी अंतिम चेतावनी है। मेरा उनपर सवाल उठना भी लाजिमी है। मिली जानकारी के अनुसार पीडीसीए से सत्र 2021-22 के लिए पंजीकृत खिलाड़ी अमान्यता प्राप्त गुट की ओर से आयोजित क्रिकेट गतिविधियों में प्रतिभाग मना करने के बाद भी कर रहे है।
कई बार मना करने के बाद भी इस तरह शिकायतें मिली है। यह कहना है पीडीसीए के सचिव सुनील कुमार उर्फ सुनील रोहित का। उन्होंने एक बार फिर से साफ-साफ कह दिया है कि हमनें पहले भी खिलाड़ियों को कहा है कि इसे पूरी तरह से कदाचार और संघ विरोधी गतिविधि करार दिया जाएगा। पीडीसीए से पंजीकृत खिलाड़ी किसी भी अपंजीकृत मैचों/टूर्नामेंट में भाग नहीं लेंगे या अवैध संगठन (संगठनों) के साथ किसी भी क्षमता में शामिल नहीं होंगे। यदि कोई संबद्ध खिलाड़ी, पंजीकृत क्लब, अधिकारी आदि अपंजीकृत में शामिल पाए जाते हैं या भाग लेते हैं या टूर्नामेंट/मैच, कैंप या अवैध संगठन आदि से जुड़े हुए हैं तो उनके खिलाफ पटना जिला क्रिकेट संघ के निर्धारित नियम (नियमों) के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई खिलाड़ी संघ की बातों को एवं संविधान विरोधी गतिविधि में संलिप्त पाया जाता है तो पटना डीसीए नियम और विनियम के नियम 23 (3) और (4) के तहत कार्रवाई योग्य है। पीडीसीए ढंडात्मक कार्रवाई करने को मजबूर होगा।