कोवलून (हांगकांग), 9 जून। एएफसी एशियाई कप 2027 के तीसरे दौर के क्वालीफायर में पहली जीत की तलाश में जुटी भारतीय फुटबॉल टीम को मंगलवार को हांगकांग के खिलाफ एक मजबूत चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
यह मुकाबला भारतीय टीम के लिए आसान नहीं होगा। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मुकाबले के लिए केइ ताक स्टेडियम में 50,000 टिकट बिक चुके हैं, जो हांगकांग फुटबॉल इतिहास में नया रिकॉर्ड है। यह स्टेडियम पहली बार किसी फुटबॉल मैच की मेजबानी करेगा।
भारत के कोच मनोलो मार्केज की टीम का सामना उस हांगकांग टीम से होगा जिसके मैनेजर एशले वेस्टवुड हैं। वेस्टवुड भारतीय फुटबॉल के जानकार माने जाते हैं। वह 2013 से 2016 तक बेंगलुरु एफसी के कोच रहे हैं। इसके अलावा, वह एटीके और राउंडग्लास पंजाब एफसी जैसी भारतीय क्लब टीमों को भी कोचिंग दे चुके हैं।
फीफा रैंकिंग में भारत जहां 127वें स्थान पर है, वहीं हांगकांग 153वें स्थान पर काबिज है। मार्च में भारतीय टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ ड्रॉ खेला था जबकि हांगकांग ने सिंगापुर के खिलाफ बराबरी का मुकाबला खेला था। हांगकांग के लिए यह मुकाबला ऐतिहासिक होगा। टीम पिछले 59 वर्षों में दूसरी बार एएफसी एशियाई कप के लिए क्वालीफाई करने की कोशिश कर रही है।
भारत और हांगकांग के बीच यह अब तक का 25वां मुकाबला होगा। इनमें भारत ने 9 मुकाबले, हांगकांग ने 8 मुकाबले जीते हैं, जबकि 7 मैच ड्रॉ रहे हैं। हालांकि, हांगकांग की धरती पर भारत अब तक सिर्फ एक बार, 1957 में जीत दर्ज कर पाया है।
पिछली बार दोनों टीमें 2022 में एशियाई कप के क्वालीफायर में कोलकाता में आमने-सामने हुई थीं, जिसमें भारत ने 4-0 से बड़ी जीत हासिल की थी।
भारतीय डिफेंडर संदेश झींगन ने कहा, “वो जीत अब बीती बात है। हांगकांग की टीम अब काफी बदल चुकी है। उनके पास नया कोच है और कई नए खिलाड़ी भी जुड़े हैं। यह मुकाबला आसान नहीं होगा। हम किसी भी तरह से आत्ममुग्ध नहीं हो सकते।”

