नई दिल्ली, 13 अक्टूबर। वेस्टइंडीज़ के बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में सराहनीय संघर्ष किया, लेकिन यह भारत को रोकने के लिए पर्याप्त नहीं रहा। भारत को दूसरे और अंतिम टेस्ट मैच को जीतने और दो मैचों की श्रृंखला में क्लीनस्वीप करने के लिए अब सिर्फ 58 रन की जरूरत है।
फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले जा रहे इस मुकाबले में वेस्टइंडीज़ ने अपनी दूसरी पारी में 390 रन बनाए और भारत के सामने 121 रन का लक्ष्य रखा। जवाब में भारत ने चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक एक विकेट पर 63 रन बना लिए हैं।

इससे पहले अहमदाबाद में खेले गए पहले टेस्ट में भारत ने पारी और 140 रन से जीत हासिल की थी। यहां भी भारतीय टीम ने पहली पारी में 518/5 रन बनाकर पारी घोषित की थी, जिसके जवाब में वेस्टइंडीज़ की टीम 248 रन पर सिमट गई और उसे फॉलोऑन झेलना पड़ा।
वेस्टइंडीज़ की ओर से जॉन कैंपबेल (115 रन, 199 गेंद) और शाई होप (103 रन, 214 गेंद) ने तीसरे विकेट के लिए 177 रन की साझेदारी कर मजबूत प्रतिरोध दिखाया। वहीं आखिरी चरण में जस्टिन ग्रीव्स (नाबाद 50) और जेडन सील्स (32) ने दसवें विकेट के लिए 79 रन जोड़कर मैच को पांचवें दिन तक खींचा।
भारत की ओर से गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया — जसप्रीत बुमराह और कुलदीप यादव ने तीन-तीन विकेट लिए, जबकि मोहम्मद सिराज ने दो और रविंद्र जडेजा व वाशिंगटन सुंदर ने एक-एक विकेट चटकाया।

लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत को शुरुआती झटका तब लगा जब पहली पारी में 175 रन बनाने वाले यशस्वी जयसवाल (8) जल्द ही आउट हो गए। उन्होंने जोमेल वारिकन की गेंद पर लॉन्ग ऑन पर कैच थमा दिया। इसके बाद केएल राहुल (25 नाबाद) और आर. साईं सुदर्शन (30 नाबाद) ने पारी को संभालते हुए चौथे दिन का खेल बिना किसी और नुकसान के खत्म किया।
वेस्टइंडीज़ की बल्लेबाजी में इस मैच की एकमात्र सकारात्मक बात यह रही कि टीम के दो बल्लेबाजों ने शतक लगाए और टीम ने भारत को दूसरी बार बल्लेबाजी के लिए मजबूर किया।
हालांकि भारतीय गेंदबाजों के लिए यह राहत की बात रही कि उन्होंने अनुकूल परिस्थितियां न होने के बावजूद विपक्षी टीम के सभी 20 विकेट झटके।
मैच का माहौल चौथे दिन के उत्तरार्ध में कुछ नीरस जरूर हो गया, जिसके बाद प्रसारकों ने अपने विश्लेषण में आगामी भारत-ऑस्ट्रेलिया वनडे श्रृंखला पर ध्यान केंद्रित किया — जहां सभी की निगाहें विराट कोहली और रोहित शर्मा के एकदिवसीय भविष्य पर होंगी।

सुबह के सत्र में कैंपबेल ने जडेजा की गेंद पर छक्का लगाकर अपने करियर का पहला टेस्ट शतक पूरा किया, लेकिन जल्द ही रिवर्स स्वीप की कोशिश में पगबाधा आउट हो गए। इसके बाद कप्तान रोस्टन चेज़ (40) और शाई होप ने चौथे विकेट के लिए 51 रन जोड़े, लेकिन नई गेंद आने के बाद भारतीय गेंदबाजों ने तेजी से वापसी की।
कुलदीप यादव ने तीन विकेट लेकर मध्य क्रम को ध्वस्त किया, जबकि सिराज ने होप को आउट कर वेस्टइंडीज़ की आखिरी उम्मीद भी खत्म कर दी। अब भारत जीत और श्रृंखला में क्लीनस्वीप से सिर्फ एक कदम दूर है।