बातुमी (जॉर्जिया), 19 जुलाई। भारत की महिला शतरंज में ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज करते हुए चार भारतीय खिलाड़ियों ने फिडे महिला शतरंज विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है। इनमें सबसे अनुभवी और शीर्ष रेटिंग वाली ग्रैंडमास्टर कोनेरू हम्पी, डी हरिका, दिव्या देशमुख और आर वैशाली शामिल हैं।
इस ऐतिहासिक उपलब्धि के साथ यह पहला मौका है जब किसी एक देश की चार खिलाड़ी फिडे महिला विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में पहुंची हैं।
हम्पी खिताब की दावेदार
प्रतियोगिता में भारत की सबसे मजबूत दावेदार कोनेरू हम्पी पहली बार विश्व कप खिताब जीतने के लक्ष्य से उतरेंगी। वह क्वार्टर फाइनल में चीन की युक्सिन सोंग से भिड़ेंगी। हम्पी की फॉर्म और अनुभव उन्हें इस मुकाबले में प्रबल दावेदार बनाता है।
हरिका बनाम दिव्या: एक भारतीय सेमीफाइनल में तय
क्वार्टर फाइनल में डी हरिका और दिव्या देशमुख के बीच आमने-सामने की टक्कर होने से यह तय हो गया है कि भारत की कम से कम एक खिलाड़ी सेमीफाइनल में पहुंचेगी। दोनों ने प्रतियोगिता में अब तक शानदार प्रदर्शन किया है और यह मुकाबला रोमांचक होने की उम्मीद है।
वैशाली की चुनौती सबसे कठिन
भारत की चौथी प्रतिभाशाली खिलाड़ी आर वैशाली के सामने सबसे कठिन मुकाबला है, क्योंकि वह क्वार्टर फाइनल में पूर्व विश्व चैंपियन चीन की तान झोंगयी से भिड़ेंगी। हालांकि वैशाली ने हाल के वर्षों में लगातार सुधार किया है और वह इस चुनौती के लिए तैयार दिख रही हैं।
अन्य मुकाबले
क्वार्टर फाइनल के एक अन्य मुकाबले में चीन की टिंगजी लेई का सामना जॉर्जिया की नाना दजाग्निडेज़ से होगा।
यह प्रतियोगिता अगले महिला कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए भी क्वालीफायर है, ऐसे में भारतीय खिलाड़ियों के पास दोहरे मौके हैं — सेमीफाइनल में जगह बनाने के साथ-साथ कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में क्वालीफाई करने का भी।
भारतीय शतरंज के लिए यह एक ऐतिहासिक मौका है और पूरे देश की निगाहें अब इन चारों खिलाड़ियों पर टिकी हैं।