पटना। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों से मुक्त और गीता, गायत्री और गंगाजल से पवित्र करने की अभियान की शुरुआत सोमवार को हो गई। इस अभियान की शुरुआत बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के इंफ्रास्ट्रक्चर कमेटी के संयोजक सुनील दत्त मिश्रा, वित्त समिति के सदस्य अजीत कुमार शुक्ला और बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के प्रवक्ता संजीव कुमार मिश्र ने की। इन सबों को बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष गोपाल बोहरा का साथ मिला है।
एक आदमी के पॉकेट संस्था बन गया बीसीए : गोपाल बोहरा
सोमवार को राजधानी में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष गोपाल बोहरा ने कहा कि वर्तमान समय में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन में भ्रष्टाचार चरम पर है। न केवल भ्रष्टाचार चरम पर है बल्कि हिटलरशाही चल रही है। एक आदमी के पॉकेट से यह संस्था चल रही है। उन्होंने कहा कि जो भी आवाज उठाने का प्रयास करता है उसे दबा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि निर्वाचित सचिव को पहले बाहर किया फिर संयुक्त सचिव को और कई अन्य को धीरे-धीरे बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बिहार क्रिकेट संघ से जुड़े जिला यूनिटों को सोचना होगा। हाल यह है कि जो जिला यूनिट कुछ भी बोलने का प्रयास कर रहा है उसे दबा दिया जा रहा है और कहा जा रहा है कि ज्यादा बोलियेगा तो एडहॉक कमेटी बना दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि मैं गीता, गायत्री और गंगाजल से बीसीए को पवित्र करने के अभियान की प्रशंसा करता हूं। उन्होंने कहा कि बिहार क्रिकेट के हित में यह अच्छा अभियान है।
बीसीए के क्रिया कलाप असंवैधानिक : अजीत कुमार शुक्ला
बिहार क्रिकेट संघ के वित्त समिति के सदस्य अजीत कुमार शुक्ला ने कहा कि बिहार क्रिकेट के क्रिया कलाप की तुलना निर्भया हत्याकांड से की जा रही है इससे बड़ी बात क्या हो सकती है। यह बातें बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के लोग ही कह रहे हैं। टीम चयन से लेकर अन्य चीजों में पैसों का खेल हो रहा है।
उन्होंने कहा कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी मेरे में कहते हैं कि आपको सदस्य बनाया आपने क्या किया। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि आपने कभी वित्त समिति की बैठक बुलाई। वित्त संबंधित मामले को देखने के लिए क्या कभी कोई कागज वित्त समिति को भेजा। नहीं न, तो फिर मेरा काम क्या दिखेगा।
उन्होंने कहा कि अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी का यह भी कहना है कि मेरा क्रिकेट में क्या अनुभव है। मैं उनसे कहता हूं कि आपसे हजार नहीं लाख गुणा क्रिकेट का अनुभव हमें हैं। मैं क्रिकेट संस्था से लेकर क्रिकेट आयोजन से बहुत दिनों तक जुड़ा रहा हूं। मेरे नेतृत्व में कई सफल आयोजन हुए हैं।
श्री शुक्ला ने कहा कि बीसीए में फैले भ्रष्टाचार से गरीब बच्चों का क्रिकेट में कैरियर बनाना असंभव दिख रहा है। उसी असंभव को संभव करना है और बीसीए को भ्रष्टाचारियों से मुक्त कराने के लिए गीता, गायत्री और गंगा जल अभियान से पवित्र करने के अभियान की शुरुआत की गई है।
मैं बीसीए में था और रहूंगा : संजीव कुमार मिश्र
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के प्रवक्ता संजीव कुमार मिश्र ने कहा कि मैं पहले भी बीसीए में हूं। किसी के कह देने से मैं बाहर नहीं हो जाउंगा। मुझे प्रवक्ता बनाने का निर्णय सार्वजनिक था। एक आदमी के कहने से कुछ नहीं होता है। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी पर हमला बोलते हुए संजीव कुमार मिश्र ने कहा कि क्रिकेट मेरे रग-रग में हैं। मैं एक क्रिकेट खिलाड़ी रहा हूं और क्रिकेट प्रशासक भी। उन्होंने कहा कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन में टीम चयन से लेकर हर जगह धांधली ही धांधली है। उन्होंने कहा कि आयोजनों से इनका कोई नाता ही नहीं है। दो साल बीत गए, कोरोना का बहाना बना कर ये आयोजन नहीं कराते हैं। श्री मिश्र ने कहा कि हम बिहार के खिलाड़ियों की लड़ाई लड़ेंगे। उन्हें उनका हक दिलायेंगे।
क्रिकेटरों को हक दिलाने के लिए गठित हुआ यह संगठन
इस मौके पर क्रिकेटरों को हक दिलाने के लिए एक संगठन इंडिपेंडनेंट क्रिकेट प्लेयर्स प्रोटेक्शन काउंसिल ऑफ बिहार का गठन किया गया। इस संगठन का एक टोल फ्री नंबर जारी किया जायेगा जिस पर खिलाड़ी शिकायत दर्ज करेंगे। इस संगठन में वकीलों की टीम जिला से लेकर राज्यस्तर पर रहेगी जो भ्रष्टाचारियों पर नजर रहेगी और क्रिकेटरों को न्याय दिलायेगी। यह संगठन शिकायतों को राज्य के खेल मंत्री से भारत के राष्ट्रपति तक पहुंचायेगी।
महिला अंतर स्कूल क्रिकेट का होगा आयोजन
इस मौके पर घोषणा की गई कि गीता लीग की चैंपियन 12 वर्षीया मिरियम सिद्दिकी के नाम पर राज्यस्तरीय अंतर स्कूल जूनियर महिला क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा।

