मुंबई। पूर्व क्रिकेटर मदनलाल और करसन घावरी का मानना है कि ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को विश्वकप से पहले एशिया कप के लिए भारतीय टीम में शामिल होना चाहिए था।
भारत ने एशिया कप के लिए 17 खिलाड़ियों का चयन किया है जिसमें कुलदीप यादव को मुख्य स्पिनर के रूप में चुना है। स्पिन विभाग में उनका साथ देने के लिए ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल को टीम में लिया गया है।
इतने विकेट के बाद अश्विन को क्या साबित करना पड़ेगा
मदनलाल का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज कुलदीप यादव को अच्छी तरह से खेलते हैं। युजवेंद्र चहल को मौका मिलना चाहिए था। वह मैच विजेता गेंदबाज है। उन्होंने कहा,अश्विन ऐसा गेंदबाज है जिसने 500-600 विकेट लिए हैं। वह जानता है कि विकेट कैसे लेने होते हैं। हमने उसे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी नहीं खिलाया, ऐसा क्यों किया गया यह टीम प्रबंधन बेहतर जानता होगा।
घावरी ने विश्व कप की टीम ने अश्विन को रखने की वकालत की और कहा कि भारतीय परिस्थितियों में वह बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 712 विकेट लेने के बाद अब अश्विन को क्या साबित करना है। सीनियर खिलाड़ी होने के बावजूद उसके साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया गया। घावरी ने कहा कि अश्विन बेहतरीन गेंदबाज है और उसे एशिया कप की टीम में चुना जाना चाहिए था। वह भारतीय पिचों पर वनडे विश्वकप में महत्वपूर्ण गेंदबाज साबित होगा।
केएल राहुल व अय्यर के फिटनेस पर मदनलाल ने उठाए सवाल
मदनलाल ने चोट से वापसी करने वाले केएल राहुल और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों की फिटनेस पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर यह वही टीम है जिसके बारे में हम सोच रहे थे। सबसे बड़ी चिंता फिटनेस को लेकर है क्योंकि एशिया कप और विश्वकप दोनों बड़ी प्रतियोगिताएं हैं और इनमें फिटनेस का स्तर महत्वपूर्ण हो जाता है।
तिलक की जगह यशस्वी को मिलनी चाहिए थी जगह : घावरी
घावरी ने कहा कि भारत को तिलक वर्मा की जगह यशस्वी जायसवाल को टीम में रखना चाहिए था। उन्होंने कहा कि यशस्वी ने वेस्टइंडीज में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। वह शानदार फॉर्म में है और वह जिस तरह का प्रदर्शन कर रहा है उसे देखते हुए उसको एशिया कप की टीम में होना चाहिए था। हर कोई वर्मा को बेहद प्रतिभाशाली मान रहा है लेकिन उसका प्रदर्शन कहां है। उम्मीद है कि वह अच्छा प्रदर्शन करेगा।

