रांची। खेलो इंडिया (Khelo India) की तर्ज पर झारखंड में हो रहे खेलो झारखंड के प्रतीक चिह्न और थीम सांग “खेलो-खेलो, खेलो झारखंड” का लोकार्पण श्रीमती किरण कुमारी पासी (भाप्रसे निदेशक, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद् रांची) ने राज्य परियोजना सभागार में किया। इस खेल का आयोजन स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग झारखंड सरकार के अंतर्गत झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद् रांची के द्वारा के द्वारा किया जा रहा है।
इस मौके पर परियोजना निदेशक श्रीमती किरण कुमारी पासी ने कहा कि इस वर्ष विद्यालय स्तर एवं प्रखंड स्तर पर खिलाड़ियों की भागीदारी बढ़ी है, राज्य स्तरीय हॉकी प्रतियोगिता में कई जिलों की टीम ने पहली बार भाग लिया है।
हमने खेलो की संख्या को बढ़ा कर 28 किया है। हमारा प्रयास है कि प्रत्येक विद्यार्थी किसी एक खेल में जरुर भाग ले। इसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए छात्र-छात्राओं को जागरूक करने एवं उन्हें प्रेरित करने के लिए खेलो झारखंड एंथम तथा राज्य के जिले, प्रमंडल, विभिन्न खेलों, ओलंपिक एवं देश प्रेम से जुड़ा प्रतीक चिन्ह का निर्माण किया है।
हमारा विभाग बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ खेल पर विशेष ध्यान दे रही है, जिससे न सिर्फ बच्चों का सर्वांगीण विकास होगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश को पदक दिलाने हेतु स्कूली स्तर पर खिलाड़ी तैयार होंगे।
खेलो झारखंड एंथम
खेलो झारखंड एंथम को सुरों से सजाया है संगीतकार रोहन देव पाठक ने। शब्दों में पिरोया है गीतकार एम मोदस्सर ने तथा अपनी सुरीली आवाज गायक हर्षा बच्चन एवं रोहन देव पाठक ने दी है। वहीं विजुअल निर्देशन चंद्रदेव सिंह ने किया है।
एंथम के विजुअल में पद्मश्री मुकुंद नायक, पद्मश्री मधुमंसूरी, ओलंपियन मनोहर टोपनो, ओलंपियन दीपिका कुमारी, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सावित्री पूर्ति, सुमरई टेटे, शाहबाज नदीम, दीपिका सोरेंग, अष्टम उरांव, मोनू सिंह, कुमार देवब्रत, विराट सिंह, सुशांत मिश्रा, शाहिना प्रवीण, प्रीती कुमारी, दिव्यांग अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी यमुना कुमार पासवान, मनीष कुमार समेत कई खिलाड़ी थीम सॉन्ग “खेलो-खेलो, खेलो झारखंड” की शोभा बढ़ा रहे है।
खेलो झारखंड प्रतीक चिन्ह
खेलो झारखंड प्रतीक चिन्ह का निर्माण शारीरिक शिक्षा शिक्षक एम मोदस्सर ने किया है। यह प्रतीक चिन्ह चार घेरों से मिल कर बना है। जिसका बाहरी घेरा 24 रिंग्स के आपस में मिल कर जुड़ने से बना है, जो राज्य के 24 जिलों का प्रतिनिधित्व कर रही है। इन रिंग्स के लिए पांच रंग ब्लू, काला, लाल, पीला एवं हरा एक ओर ओलंपिक रिंग्स का तथा दूसरी ओर राज्य के पांच प्रमण्डल और उनके जिलों को दर्शाती है। दूसरे घेरे में “SCHOOL EDUCATION AND LITERACY DEPARTMENT, GOVERNMENT OF JHARKHAND” है, जो खेलो झारखण्ड कार्यक्रम की मदर अथॉरिटी है, इसका केसरिया रंग तिरंगे की प्रथम पट्टी से लिया गया है। तीसरे घेरे की आकृतियाँ विभिन्न खेलों का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। वहीं इसका सफेद एवं नीला रंग तिरंगे की दूसरी पट्टी से लिया गया है। चौथे घेरे में हिन्दी एवं अंग्रेजी में “खेलो झारखण्ड” एवं “KHELO JHARKHAND” है । इसका हरा रंग झारखण्ड की हरियाली को दर्शाती है। यह हरा रंग तिरंगे की तीसरी पट्टी से लिया गया है। प्रतीक चिन्ह के बीचो-बीच केसरिया एवं हरे रंग की अंग्रेजी के बड़े अक्षर “K J” की दो आकृतियाँ एक ओर खेलो झारखण्ड तथा दूसरी ओर बालक एवं बालिका खिलाड़ी का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।
लोकार्पण के पश्चात् राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी श्री धीरसेन ए सोरेंग ने खेलो झारखंड अंतर्गत आगामी प्रतियोगिता कैलेंडर प्रस्तुत किया। जिसमें उन्होंने बताया कि इस वर्ष राज्य में 6 खेल कबड्डी, खो-खो, फुटबॉल, वूशु, स्केटिंग और साइक्लिंग का राष्ट्रीय स्कूली खेल 2023-24 रांची में आयोजित किया जाना है, जिसकी तैयारी हमने शुरू कर दी है।
इस मौके पर ममता लकड़ा (राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी), श्री प्रमोद सिन्हा विशेषज्ञ एम आर ई, ओ पी मिश्रा, अनुपा तिर्की, शारीरिक शिक्षा एवं खेलकूद कोषांग, राज्य परियोजना के प्रभात रंजन तिवारी, विद्या कुमारी, एम मोदस्सर, समीर कुमार, चंद्रदेव सिंह, उमेश कुमार दास, जगजीत सिंह, मो जावेद अंसारी, शंकर पाल, , कलावती कुमारी, हस्सान नूरी उपस्थित थे।