लंदन, 14 जून। दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम ने शनिवार को लॉर्ड्स मैदान पर खेले गए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल 2025 में गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर पहली बार इस खिताब को अपने नाम किया। इसके साथ ही उन्होंने 27 वर्षों बाद कोई बड़ा ICC खिताब जीता और क्रिकेट इतिहास में एक नया अध्याय लिखा।
चौथे दिन का खेल: लक्ष्य सिर्फ 69 रन
फाइनल के चौथे दिन दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 69 रन की दरकार थी। टीम ने 2 विकेट पर 213 रन से आगे खेलना शुरू किया और 282 रन बनाकर मैच जीत लिया। यह लॉर्ड्स टेस्ट के 141 वर्षों के इतिहास में लक्ष्य का पीछा करते हुए दूसरी सबसे बड़ी जीत है।
एडेन मारक्रम का ऐतिहासिक शतक
टीम की जीत के हीरो रहे एडेन मारक्रम, जिन्होंने शानदार 136 रन की पारी खेली। उन्होंने अपनी इस पारी में 207 गेंदों का सामना किया और 14 चौके जड़े। यह पारी तब आई जब टीम को संयम और आत्मविश्वास की जरूरत थी।
मारक्रम ने 6 घंटे 23 मिनट तक क्रीज पर टिके रहकर मैच को दक्षिण अफ्रीका के पक्ष में मोड़ा। जब वे आउट हुए, तब टीम को सिर्फ 2 रन की दरकार थी।
ऑस्ट्रेलिया का संघर्ष
ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी दिन जीत के लिए पूरा जोर लगाया। पैट कमिंस ने शुरुआती ओवरों में आक्रमण तेज किया और तेम्बा बावुमा (66) को आउट करके टीम को थोड़ी उम्मीद दिलाई। लेकिन इसके बाद उनके गेंदबाजों को सफलता नहीं मिली।
ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआती 90 मिनट के खेल में अपने सभी 3 DRS गंवा दिए, जो उनकी हताशा को दर्शाता है।
जीत की खुशी में डूबा लॉर्ड्स
मारक्रम के आउट होने के कुछ मिनट बाद काइल वेरेने (नाबाद 4) ने विजयी रन जड़ा और पूरे लॉर्ड्स मैदान पर दक्षिण अफ्रीकी झंडे लहराने लगे। खिलाड़ी मैदान पर जश्न मनाते दिखे, वहीं ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ियों की आंखें नम थीं – 27 साल लंबा इंतजार आखिरकार खत्म हुआ।
क्या है इसका महत्व?
1998 के ICC नॉकआउट ट्रॉफी के बाद यह दक्षिण अफ्रीका का पहला ICC खिताब है। लंबे समय तक ‘चोकर्स’ कहे जाने वाले इस टीम ने अपने धैर्य और टीमवर्क से इतिहास रच दिया।
