आठ महीने पहले ही प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भारत के चौथे और दुनिया के सातवें सबसे युवा क्रिकेटर बने बिहार के वैभव सूर्यवंशी ने टेस्ट क्रिकेटर के रूप में अपनी पहचान बना ली है। वह बिहार से निकलने वाले सबसे नये टेस्ट क्रिकेटर हैं। केवल 13 साल 187 दिन की उम्र में उन्होंने सोमवार को चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले अंडर-19 टेस्ट में डेब्यू कर लिया है। उन्होंने पहले ही दिन 81 रन की नाबाद खेली।
अंडर-19 वर्ग में बिहार के छठे टेस्ट क्रिकेटर
इस तरह वह इस आयुवर्ग में बिहार से निकलने वाले छठे टेस्ट क्रिकेटर बन गये हैं। संयोग से यह मैच दुनिया का 300वां अंडर-19 टेस्ट मुकाबला है। सीनियर लेवल पर बिहार का कोई क्रिकेटर फिलहाल टेस्ट स्तर पर पहुंचता नहीं दिख रहा, लेकिन अब जूनियर वर्ग में पिछले पांच साल में बिहार के दूसरे क्रिकेटर ने टेस्ट मैच में अपने कदम रख लिये हैं। इससे पहले पूर्वी चंपारण के तेज गेंदबाज साबिर खान आखिरी बार बिहार से निकला कोई टेस्ट क्रिकेटर है।

यह अलग बात है कि बिहार के कुछ क्रिकेटर दूसरे राज्यों से खेलते हुए सीनियर टेस्ट क्रिकेट में जरूर खेल रहे हैं पर बिहार से खेलते हुए अभी भी इसका इंतजार है। बिहार से निकलने वाले पहले अंडर-19 टेस्ट खिलाड़ी सैयद सबा करीम हैं, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही दिल्ली में फरवरी 1985 में टेस्ट खेला था। तब उन्होंने उस टेस्ट में भारत की कप्तानी भी की थी। उनके बाद अमिकर दयाल, तरुण कुमार भोला, सुब्रतो बनर्जी और साबिर खान ने अंडर- 19 टेस्ट में अपनी भागीदारी की।
प्रतिभा के अपार धनी है वैभव सूर्यवंशी
समस्तीपुर के ताजपुर में 27 मार्च 2011 को संजीव और आरती के घर में पैदा हुए वैभव सूर्यवंशी शुरू से ही ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करना शुरू कर दिया था। बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने वाले इस खिलाड़ी ने लगातार अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान ने आकर्षित किया है। वीनू मांकड़ अंडर-19 वनडे क्रिकेट प्रतियोगिता में उन्होंने बिहार की ओर से खेलते हुए केवल पांच पारियों में एक शतक और तीन अर्धशतक समेत कुल 392 रन बनाये थे, जिसके आधार पर उनका चयन चैलेंजर ट्रॉफी के लिए हुआ था।
पिछले वर्ष अंडर-19 भारत ए टीम में हुआ था सेलेक्शन
इसके बाद उनको भारतीय बी टीम में शामिल किया गया, जिसका सामना इंग्लैंड, बांग्लादेश और भारत ए की अंडर-19 टीमों से हुआ। नवम्बर 2023 में इस चतुष्कोणीय प्रतियोगिता में वैभव ने इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाफ क्रमशः 53 और 75 रन की पारी खेली थी। बाद की चार पारियों में उनके बल्ले से केवल 49 रन निकले। दक्षिण अफ्रीका में इस साल के शुरू में हुए अंडर-19 विश्व कप के लिए चयनित होने से बस कुछ ही फासले से वह चूक गये थे।
47 गेंदों में 81 रन बना कर वैभव ने दिखाई पहली झलक
अब जबकि वैभव सूर्यवंशी भारतीय अंडर-19 टीम में शामिल हो चुके हैं, उनके लिए अपना जलवा दिखाने का मौका है। पहली झलक उन्होंने दिखला दी है और चार दिवसीय टेस्ट के पहले दिन केवल 47 गेंदों पर नाबाद 81 रन बना डाले। सीरीज में दो टेस्ट होने हैं। इससे पहले भारतीय वनडे टीम ने ऑस्ट्रेलिया का तीन मैचों की सीरीज में सफया किया था।
हालांकि उस टीम में वैभव शामिल नहीं थे। बतौर ओपनर खेलने वाले वैभव लेफ्ट आर्म ऑर्थोडॉक्स गेंदबाजी भी करते हैं। चेन्नई में सभी 22 खिलाड़ियों ने अपना डेब्यू किया है। वैभव सूर्यवंशी भारत का टेस्ट कैप पाने वाले 326 वें खिलाड़ी हैं। दुनिया भर में अंडर-19 के कुल 2386 टेस्ट खिलाड़ी हैं।
बिहार की ओर से खेलते हुए भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करना आसान नहीं है लेकिन बिहार के रहने वाले कुछ खिलाड़ियों ने अंडर-19 टेस्ट में दूसरे राज्यों के लिए खेलते हुए इंडिया कैप हासिल किया है। इनमें शाहबाज नदीम, ईशान किशन और अनुकूल राय जैसे खिलाड़ी शामिल हैं।
देश में 28 साल से अजेय है भारत
भारत ने अंडर-19 टेस्ट सबसे पहले 1979 में खेला था और तब अब तक 77 टेस्ट में 26 जीते और 12 हारे हैं। इसी तरह आस्ट्रेलिया के साथ भारत ने 14 टेस्ट में केवल दो जीते और सात हारे हैं।
संयोग से भारत और ऑस्ट्रेलिया का चेन्नई में हो रहा यह मुकाबला दोनों देशों का 78वां टेस्ट है। इससे ज्यादा केवल इंग्लैंड ने टेस्ट खेले हैं। इस टेस्ट में भारत के लिए अपनी जीत का क्रम आगे ले जाने का मौका है। भारत पिछले लगातार छह टेस्ट से जीतता आ रहा है। भारत को आखिरी हार 2009 में पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही मिली थी। जबकि भारत की अपने देश में अंतिम हार 1996 में मोहाली में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हुई थी। वैसे भारत 2019 के बाद पहली बार अंडर-19 का टेस्ट खेल रहा है।