भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार यानी 6 जून को भारतीय घरेलू क्रिकेट सत्र 2024-25 की घोषणा कर दी। इसकी शुरुआत पांच सितंबर से दलीप ट्रॉफी के साथ होगी। इसके अलावा बोर्ड ने अहम फैसला लेते हुए सीके नायडू ट्रॉफी से टॉस को हटाने का फैसला लिया है। सीनियर पुरुष चयन समिति द्वारा चुनी गई चार टीमें पांच सितंबर से अनंतपुर में शुरू होने वाली दलीप ट्रॉफी में खेलती नजर आएंगी।
इसके बाद ईरानी कप और रणजी ट्रॉफी होगी, जिसमें पहले पांच लीग मैच होंगे। बाद में सफेद गेंद के टूर्नामेंट खेले जाएंगे जिनकी शुरुआत सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से होगी। बाद में विजय हजारे ट्रॉफी खेला जाएगा। रणजी ट्रॉफी अंतिम दो लीग मैच के साथ फिर से शुरू होगी जिसका समापन नॉकआउट के साथ होगा।
बीसीसीआई ने कहा कि घरेलू घरेलू सत्र 2024-25 की सावधानीपूर्वक योजना बनाई गई है, जिसमें खिलाड़ियों की भलाई को प्राथमिकता देते हुए घरेलू क्रिकेट के मूल को मजबूत करने के लिए कई कारकों को ध्यान में रखा गया है।
यहां किया है बदलाव
खिलाड़ियों का स्वास्थ्य-खिलाड़ियों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए, मैचों के बीच एक लंबा अंतराल शामिल किया गया है, जिससे रिकवरी और निरंतर शीर्ष प्रदर्शन के लिए पर्याप्त समय सुनिश्चित हो सके।
महिला क्रिकेट : वन-डे, टी20 और मल्टीडे प्रारूपों में फैले सभी महिला चैलेंजर टूर्नामेंट में राष्ट्रीय चयनकर्ताओं द्वारा चुनी गई टीमें शामिल होंगी।
सीके नायडू ट्रॉफी : सीके नायडू ट्रॉफी में संतुलित प्रदर्शन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक संशोधित अंक प्रणाली शुरू की गई है। इसमें पहली पारी में बल्लेबाजी और गेंदबाजी कौशल के लिए अंक दिए जाने के साथ-साथ पहली पारी में बढ़त हासिल करने या एकमुश्त जीत हासिल करने के लिए अंक दिए जाने शामिल हैं। नई अंक प्रणाली की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करने के लिए सीजन के बाद एक गहन समीक्षा की जाएगी, जिसे बाद के सीजन के लिए रणजी ट्रॉफी में लागू किया जा सकता है।
टॉस हटाया गया: सीके नायडू ट्रॉफी मैचों के लिए टॉस को समाप्त कर दिया जाएगा। अब मेहमान टीम को पहले बल्लेबाजी या गेंदबाजी करने का विकल्प चुनने का विशेषाधिकार दिया जाएगा।
मौसम संबंधी समस्याओं पर विचार : मौसम संबंधी व्यवधानों के प्रभाव को कम करने के लिए प्रयास किए गए हैं।