-बिहार के खिलाड़ियों को गांव से निकाल कर ओलंपिक खेल गांव तक पहुंचाना सरकार का लक्ष्य : सुरेन्द्र मेहता, खेल मंत्री
- 29 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय खेल अकादमी का राजगीर में होगा उद्घाटन तथा राज्य खेल सम्मान समारोह का होगा आयोजन
- खेल छात्रवृत्ति योजना के पोर्टल का खेल मंत्री ने किया उद्घाटन
- राज्य के सभी 9 प्रमंडलों में सरकार जमीन अधिगृहित कर बनाएगी मल्टीपर्पस स्टेडियम जिसमें 16 खेलों का आयोजन संभव
- बिहार के 8353 पंचायतों में खुलेंगे खेल क्लब,हर पंचायत में होगा खेल का मैदान
- राज्य के सभी खेल संघों और जिला खेल पदाधिकारियों की खेल मंत्री सुरेन्द्र मेहता के साथ हुई बैठक में खेल क्लबों के सुचारु संचालन में हर संभव सहयोग की बनी आम सहमति
पटना, 13 जुलाई। राज्य के हर पंचायत में खेल क्लब खोलने की सरकारी घोषणा के बाद शनिवार को पटना के पाटलिपुत्र खेल परिसर में खेल मंत्री सुरेन्द्र मेहता की अध्यक्षता और महेन्द्र कुमार, निदेशक खेल विभाग, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवीन्द्रण शंकरण तथा निदेशक सह सचिव श्री पंकज कुमार राज की उपस्थिति में खेल विभाग, राज्य के विभिन्न खेल संघों के प्रतिनिधियों तथा जिला खेल पदाधिकारियों के साथ एक विमर्श बैठक हुई।
खेल क्लबो की स्थापना से लेकर इसके सुचारु संचालन तक की योजना की रूपरेखा पर रणनीतिक परिचर्चा और सुझाव के लिए खेल मंत्री जी के निर्देश पर यह बैठक बुलाई गई थी। बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवीन्द्रण शंकरण ने बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि राज्य में खेल और खिलाडियों के सर्वांगीण विकास में खेल संघों का मह्त्वपूर्ण योगदान है। खेल संघों को आपसी मतभेदों, अफवाहों और शिकायतों को नजरअंदाज कर सरकार, खिलाडियों और खेल प्राधिकरण के साथ परस्पर तालमेल और सहयोग के साथ ही कार्य करना चाहिए जिससे खेल और खिलाड़ियों को इसका समुचित लाभ मिल सके।
सरकार किसी खेल संघ के साथ भेदभाव की नीति नहीं रखती है बल्कि समानता का भाव रखती है। मेडल जीत कर ही खिलाड़ी किसी राज्य और देश का नाम रोशन कर सकते हैं चाहे वो खेल की किसी विधा में हों। हमारी प्राथमिकता रहती है खिलाड़ी अपनी खेल विधा में मेडल जीतें और राज्य का नाम रोशन करें। इस बैठक में बिहार के 63 खेल संघों के प्रतिनिधि और जिला खेल पदाधिकारी मिलाकर कुल 170 से ज्यादा लोग शामिल हुए हैं।
श्री शंकरण ने बिहार के खिलाड़ियों द्वारा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत कर राज्य का नाम रोशन करने की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला और कहा कि यह सभी का एक साथ मिलकर आपसी सहयोग के साथ प्रयास करने के कारण ही सम्भव हो सका है। श्री शंकरण ने आगे कहा कि विगत कुछ दिनों से बिहार खेल संबद्धता अधिनियम के संदर्भ में कुछ भ्रामक खबरें वाट वॉटसप पर फैलाई जा रही थी जिससे कुछ संघ के लोगों में भ्रम और शंका की स्थिति थी। लेकिन आज बैठक में समिति के सदस्यों ने स्पष्टीकरण देकर भ्रामक ख़बरों का खंडन किया और स्पष्ट किया कि सरकार बिना भेदभाव के सभी खेल संघों के हित में काम कर रही है। सभी खेल संघों ने इस खंडन का स्वागत किया।
खेल मंत्री श्री सुरेन्द्र मेहता ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित खेल संघ के प्रतिनिधियों और जिला खेल पदाधिकारियों का अभिनंदन करते हुए कहा कि राज्य में खेल और खिलाड़ियों का सर्वांगीण विकास तभी सम्भव है जब सभी खेल संघ ,खिलाड़ी,खेल विभाग और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण परस्पर तालमेल और सहयोग के साथ मिलकर खेल के विकास की दिशा में एकसाथ काम करें। सरकार की योजना हर पंचायत में खेल क्लब की स्थापना की है ताकि ग्रामीण स्तर तक खेल की प्रतिभा का चयन हो सके और उन्हें प्रशिक्षित कर राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बनाया जा सके। सरकार की योजना हर पंचायत में खेल का मैदान उपलब्ध कराने की है, जिस पंचायत के पास जमीन उपलब्ध नहीं है वहां सरकार भूमि अधिग्रहण के द्वारा खेल के लिए मैदान उपलब्घ कराएगी क्योंकि सरकार का लक्ष्य है खिलाड़ी को गांव से निकाल कर ओलंपिक खेल गांव तक पहुंचाना। और इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार मिल कर हर सम्भव प्रयास और सहयोग कर रही है। खेल के विकास के लिए खेल संघों के हर सुझाव को गंभीरता से लिया जाएगा।
प्रारम्भ में खेल मंत्री सुरेन्द्र मेहता ने बिहार सरकार की मह्त्वपूर्ण खेल छात्रवृत्ति योजना के पोर्टल का बटन दबाकर उद्घाटन किया। खेल मंत्री ने बिहार खेल छात्रवृत्ति योजना के पोर्टल की शुरुआत करते हुए कहा कि खिलाडियों के विकास में आर्थिक सहयोग के लिए खेल छात्रवृत्ति योजना बहुत मह्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। अन्तर्राष्ट्रीय पदक विजेता खिलाडियों को इस छात्रवृत्ति नीति की उत्कर्ष योजना के तहत 25 लाख रुपये सलाना छात्रवृत्ति की व्यवस्था है। राष्ट्रीय पदक जीतने वालों को सक्षम योजना के तहत 5 लाख की छात्रवृत्ति की व्यवस्था है ताकि अर्थिक आभाव में उनका प्रशिक्षण और प्रयास बाधित ना हो।
खेल मंत्री ने घोषणा की कि 29 अगस्त 2024 को राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर राजगीर में नवनिर्मित अंतर्राष्ट्रीय खेल अकादमी का उद्घाटन किया जाएगा तथा इसी दिन राजगीर में ही उत्कृष्ट खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को सम्मानित करने वाला राज्य खेल सम्मान समारोह भी आयोजित किया जाएगा।
आगे उन्होंने कहा कि राज्य के 9 प्रमंडलों में ज़मीन का अधिग्रहण कर मल्टीपर्पस स्टेडियम का निर्माण कराया जाएगा जिसमें 16 खेलों का आयोजन संभव हो सकेगा।
खेल विभाग के निदेशक श्री महेन्द्र कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य में खेल के विकास के लिए स्टेडियम, पंचायत खेल क्लब ,खेल के मैदान ,प्रशिक्षण केन्द्र जैसी तमाम बुनियादी और आधारभूत संरचनाओं का निर्माण सरकार तेजी से करवा रही है और इस दिशा में बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक का मार्गदर्शन, प्रयास और सहयोग अत्यंत सराहनीय है। सभी एकसाथ मिलकर ही खेल और खिलाड़ियों का सर्वांगीण विकास कर सकते हैं और हम बिहार के खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय पटल पर सफल बना सकते हैं।
बैठक में उपस्थित खेल संघ के प्रतिनिधियों ने आपसी मतभेद और शिकायतों को नजरअंदाज कर बिहार में खेल और खिलाड़ियों के विकास को प्राथमिकता देते हुए सर्वसम्मति से एक साथ मिलकर काम करने पर अपनी सहमति जताई। उन्होंने यह विश्वास दिलाया कि बिहार में खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए वे सरकार,खेल विभाग और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के साथ मिलकर परस्पर सहयोग की भावना के साथ काम करेंगे।