नईदिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज सुरेश रैना ने मंगलवार को सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा करते हुए अपने इंडियन प्रीमियर लीग और घरेलू क्रिकेट करियर के समापन पर मुहर लगायी।
रैना ने ट्विटर पर कहा, “अपने देश और राज्य उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिये सम्मानजनक रहा है। मैं क्रिकेट के सभी प्रारूपों से सन्यास लेने की घोषणा करता हूं। मैं बीसीसीआई, उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसियेशन, चेन्नई सुपर किंग्स, श्री राजीव शुक्ला और अपने सभी प्रशंसकों को उनके समर्थन और मेरी क्षमताओं में विश्वास के लिये धन्यवाद देता हूं।”
रैना के सन्यास के ऐलान के बाद उनकी आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स ने ट्वीट कर उन्हें विदाई दी है। चेन्नई ने ट्वीट कर लिखा कि अंबुदेन की सड़कें आपको भुला नहीं सकती। आप हमारे लिए बहुत ज्यादा मायने रखते हैं।
It has been an absolute honour to represent my country & state UP. I would like to announce my retirement from all formats of Cricket. I would like to thank @BCCI, @UPCACricket, @ChennaiIPL, @ShuklaRajiv sir & all my fans for their support and unwavering faith in my abilities 🇮🇳
— Suresh Raina🇮🇳 (@ImRaina) September 6, 2022
उल्लेखनीय है कि रैना ने 15 अगस्त 2020 को पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद स्वंय भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।
रैना ने अपने 17 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में 18 टेस्ट, 226 एकदिवसीय मैच और 78 टी20 अंतराष्ट्रीय मुकाबले खेले। उन्होंने अपने एकदिवसीय करियर में 5615 रन बनाये जबकि टी20 अंतरराष्ट्रीय में उन्होंने 1605 रन जोड़े।
रैना टी20 विश्व कप 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सैकड़ा जड़कर इस प्रारूप में शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने थे। वह काफी लंबे समय तक तीनों प्रारूपों में शतक बनाने वाले एकलौते भारतीय बल्लेबाज बने रहे, और आज भी वह टी20 विश्व कप में 100 रन का आंकड़ा छूने वाले एकलौते भारतीय बल्लेबाज हैं।
लंबे समय तक भारतीय मध्यक्रम की रीढ़ रहे रैना ने विश्व कप 2011 की जीत में भी अहम योगदान दिया था। रैना ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टरफाइनल में 28 गेंदों पर 34 रन बनाते हुए युवराज सिंह के साथ 74 रन की साझेदारी की और भारत को जीत दिलायी थी। सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आये रैना टीम के आखिरी प्रमुख बल्लेबाज थे। ऐसे में उन्होंने युवराज के साथ बहुमूल्य रन जोड़कर टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाया था।
रैना ने पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में भी संकटमोचक की भूमिका निभाई थी। कप्तान धोनी (25) के आउट होने के बाद टीम के 205 रन पर छह विकेट गिर चुके थे। रैना ने यहां 39 गेंदों पर 36 रन की पारी खेली और पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ रन जोड़ते हुए टीम को 260 रन के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। रैना का योगदान बहुमूल्य साबित हुआ और भारत ने पाकिस्तान को 39 रन से हराकर फाइनल में कदम रखा।
मिस्टर आईपीएल के नाम से प्रख्यात रैना ने आईपीएल में 205 मैच खेलकर 32.52 की औसत से 5528 रन बनाये। रैना अपने आईपीएल करियर के एक बड़े हिस्से के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के प्रमुख खिलाड़ी रहे। वह आज भी 11 सीज़न में 4687 रन बनाकर सीएसके के सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। फ्रेंचाइज़ी ने हालांकि उन्हें 2022 की नीलामी से पहले रिलीज़ कर दिया, जहां वह किसी भी टीम द्वारा नहीं खरीदे गये।
उत्तर प्रदेश के लिये 2002-2003 में अपने घरेलू करियर की शुरुआत करने वाले रैना ने 109 प्रथम श्रेणी मैच खेलकर 6871 रन बनाये और 41 विकेट लिये। मध्य प्रदेश के खिलाफ 2005 में अपने लिस्ट-ए करियर की शुरुआत करने के बाद उन्होंने 302 मैचों में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया और 8078 रन बनाने के साथ-साथ 64 विकेट भी झटके।
रैना ने 2018 से प्रथम श्रेणी या लिस्ट-ए क्रिकेट नहीं खेला है। वह आईपीएल में भी आखिरी बार अक्टूबर 2018 में दिखे थे। रैना ने पुष्टि की है कि वह रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज में इंडिया लीजेंड्स की ओर से खेलते हुए नजर आयेंगे।