भागलपुर, 25 जुलाई। खेल विभाग, बिहार और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के बैनर तले जिला प्रशासन भागलपुर की मेजबानी ममें चल रहे सुब्रतो कप अंडर-15 बालक फुटबॉल के सेमीफाइनल में मेजबान भागलपुर, जमुई, पूर्णिया और सीवान की टीमों ने प्रवेश कर लिया है। 26 जुलाई यानी शुक्रवार को सेमीफाइनल में पूर्णिया बनाम सीवान और भागलपुर बनाम जमुई मुकाबला होगा।
भागलपुर ने बेगूसराय को 13-1 से रौंदा
गुरुवार को खेले गए पहले क्वार्टरफाइनल में भागलपुर ने बेगूसराय को 12-0 से हराया। भागलपुर की ओर से जर्सी नंबर 10 सनी कुमार (7वें, 18वें और 51वें मिनट) और जर्सी नंबर 7 इंद्रजीत (10वें, 13वें और 24वें मिनट) ने 3- 3 गोल दागे।



जर्सी नंबर 18 आर्यन कुमार (42वें, 49वें मिनट) और जर्सी नंबर 12 कर्ण कुमार (8वें, 15वें मिनट) ने दो-दो गोल दागे। जर्सी नंबर 2 पिंटू कुमार (24वें मिनट) और जर्सी नंबर 6 कुणाल कुमार (25वें मिनट) ने 1-1 गोल दागे। इस मैच के मुख्य रेफरी सुरेश कुमार राम थे जबकि सहायक रेफरी मोहम्मद करार जे एम थे। चौथे रेफरी किशन कुमार थे।
पूर्णिया ने कटिहार को 2-1 से हराया
दूसरा क्वार्टर फाइनल मैच कटिहार बनाम पूर्णिया के बीच खेला गया जिसमें पूर्णिया ने कटिहार को 2-1 से हराया। पूर्णिया की ओर से जर्सी नंबर 9 रंजित मुरमू (40वें मिनट & 51वें मिनट) ने किया कटिहार की ओर से एक गोल सोनू सूरन (19वें मिनट) ने किया और सेमीफाइनल में प्रवेश किया। इस मैच के मुख्य रेफरी अलीमुद्दीन थे जबकि सहायक रेफरी मिथिलेश कुमार और रौशन कुमार थे। प्रिंस कुमार चौथे रेफरी थे।
जमुई ने सारण को 2-1 से हराया
तीसरा क्वार्टर फाइनल मैच सारण बनाम जमुई के बिच खेला गया जिसमें जमुई ने सारण को 2-1 से हराया। जमुई की ओर से दोनों गोल जर्सी नंबर 7 विशाल शेखर हांसदा (14वें मिनट और 49वें मिनट) ने किया। सारण की ओर से एक गोल जर्सी नंबर 8 आयुष कुमार (22वें मिनट) ने किया। इस मैच के मुख्य रेफरी मनोज मंडल थे जबकि कैलाश पंडित और सिदेश कुमार सिद्धार्थ सहायक रेफरी थे। अमरेंद्र मोहन चौथे रेफरी थे।
सीवान ने दरभंगा को 3-1 से दी मात
चौथा क्वार्टर फाइनल मैच सीवान बनाम दरभंगा हुआ। सीवान ने दरभंगा को 3-1 से हराया। सीवान की ओर से संजीव रावन ने दूसरे, विशाल प्रसाद ने 48वें और विक्की कुमार यादव ने 36वें मिनट में गोल दागा। इस मैच के मुख्य रेफरी ब्रजेश कुमार थे जबकि सहायक रेफरी सुनील चंद्रवंशी और राकेश कुमार थे। चौथे रेफरी शंभु पंजियार थे।