पटना। बिहार सरकार के मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने बिहार क्रिकेट संघ के सत्र 2022-25 के लिए हो रही चुनाव प्रक्रिया पर अपनी जांच शुरू कर दी है और बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी ने साक्ष्यों के साथ 23 सितंबर को उपस्थित होने के लिए कहा है।
मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सहायक निबंधन महानिदेशक मनोज कुमार संजय द्वारा बीसीए अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी को भेजे गए पत्र में संस्था में घोषित चुनाव एवं अभिलेखन के विरुद्ध प्राप्त शिकायत पत्र में वर्णित विंदुओं पर अपना प्रस्तुत करने को कहा है।
पत्र में कहा गया है कि खगड़िया जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष डॉ संजीव कुमार (माननीय सदस्य, बिहार विधान सभा), नवीन कुमार (सचिव, मधुबनी जिला क्रिकेट संघ), राजेश कुमार बैठा (पूर्व सचिव, पूर्णिया जिला क्रिकेट संघ) और राम कुमार (पूर्व रणजी ट्रॉफी खिलाड़ी) के स्तर से विभाग में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन नामक संस्था द्वारा कराये जा रहे फर्जी चुनाव पर रोक लगाने एवं संस्था के अभिलेखन के विरुद्ध शिकायत पत्र प्राप्त कराया गया है।
विभाग ने राकेश कुमार तिवारी को शिकायत पत्र की छाया प्रति भेजी है और उसमें वर्णित विंदुओं के आलोक में अपना पक्ष तक्ष्य/साक्ष्य सहित दिनांक 23 सितंबर को अपराह्न तक प्राप्त कराना सुनिश्चित करने को कहा है।
इस पत्र के निकलने के बाद बिहार क्रिकेट जगत में चर्चा हो गई है कि कहीं बिहार सरकार का मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग बिहार क्रिकेट संघ (बीसीए) को अपनी काली सूची में न डाल दे। लोगों का कहना है कि संविधान संशोधन के अभिलेखन में जिस तरीके की बातें अबतक सामने आईं उससे यही प्रतीत होता है। लोगों का कहना है कि संविधान संशोधन के अभिलेखन में जिला संघों की सहमति नहीं लेना बीसीए के सत्तासीन हुक्केमरानों को भारी पड़ने वाला है।
लोगों का कहना है कि त्रिस्तरीय कमेटी द्वारा किये गए कार्यों को लेकर जिला संघों और उनके क्लबों में काफी नाराजगी है। कई ऐसे क्लब हैं जो रेग्यूलर वहां गतिविधियों में शामिल हैं पर उनका नाम वोटरलिस्ट से गायब है और कुछ ऐसे क्लब हैं जो सालों बाद टपक पड़े हैं।