पटना। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के सीनियर टीम के सेलेक्टर सह पूर्व रणजी खिलाड़ी जीशान उल यकीन के पिता प्रोफेसर एहतराम उल यक़ीन का रविवार को अपने पैतृक आवास मुजफ्फरपुर में निधन हो गया। जीशान उल यकीन अभी Saudi में हैं। जीशान की माताजी का निधन नौ साल पहले हो चुका है।
बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फपुर के एलएस कॉलेज के जूलॉजी डिपार्टमेंट के सहायक प्रोफेसर पद से सेवानिवृत एहतराम उल यक़ीन अपने कैरियर में शिक्षा जगत के लिए ढेर सारे कार्य किये। उन्होंने लगभग 5000 छात्र व छात्राओं को मुफ्त में ट्यूशन दी। उन्होंने अपने जीवन काल में कभी भी किसी स्टूडेंट से फी नहीं ली। वे हमेशा जरूरतमंद स्टूडेंट के मदद में आगे रहते थे। इसके साथ-साथ अन्य सामाजिक कार्यों में अपना हाथ बढ़ाते थे जैसे गरीब लड़कियों की शादी कराना, रोजगार के लिए युवाओं को पैसे देना आदि। उनके दरवाजे पर मदद के लिए आया कोई भी शख्स खाली हाथ नहीं लौटता था। उन्होंने कई कविताएं भी लिखी थीं जो पटना के खुदाबख्श खान लाइब्रेरी में रखी है।
वे अपने पीछे तीन बेटों समेत हंसता-खेलता परिवार छोड़ गए हैं। खेलढाबा.कॉम परिवार ईश्वर से प्रार्थना करता है कि उनके परिवार को इस दुख की घड़ी को सहने की शक्ति प्रदान करे और उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।