गैर पंजीकृत टूर्नामेंट में खेलें तो शो काउज नहीं सीधे होगी कार्रवाई
पटना, 5 मई। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) द्वारा गठित पटना जिला क्रिकेट संघ संचालन समिति के अध्यक्ष राजेश कुमार और सदस्य रहबर आबदीन ने पटना जिला के क्रिकेटरों व क्लब पदाधिकारियों को सख्त निर्देश व संदेश देते हुए कहा कि बीसीए के अनाधिकृत यूनिट समेत किसी भी तरह गैर मान्यता प्राप्त क्रिकेट आयोजनों से अपने आपको हर हाल में दूर रखें। अगर आप इसका उल्लंघन करते हुए पाये जायेंगे तो क्रिकेट संचालन समिति अब कोई कारण बताओ नोटिस जारी नहीं करेगा बल्कि सीधे कार्रवाई होगी।
इन दोनों ने कहा कि कुछ लोग हैं जिसे पटना क्रिकेट के विकास गति नहीं देखी जा रही है। उन्हें साफ-सुथरे क्रिकेट से कोई मतलब नहीं है। उन्हें केवल अपना गोटी सेट करने से मतलब रहता है और ऐसे लोग जब भी सीजन आता है अपनी दुकान खोल देते हैं। इनकी दुकान का ग्राहक बनने से आप बचें, यह आपके क्रिकेट कैरियर के लिए बेहतर होगा।
इन दोनों ने कहा कि भारत में क्रिकेट का संचालन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा किया जाता है। बिहार में बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त यूनिट बिहार क्रिकेट एसोसिएशन करती है जिसके अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी हैं। बीसीए राकेश कुमार तिवारी द्वारा पटना जिला में क्रिकेट संचालन के लिए गठित समिति के अध्यक्ष राजेश कुमार और सदस्य रहबर आबदीन है और इसी समिति द्वारा पटना में क्रिकेट संचालन काफी बेहतर तरीके से की जा रही।
इन दोनों ने वैसे व्यक्ति जो पटना जिला क्रिकेट संघ का पदाधिकारी होने का दावा कर रहे हैं पर तंज कसते हुए कहा कि सारी बातों की जानकारी इन्हें है पर ये हठी लोग सच का सामना करने को तैयार ही नहीं है। इन दोनों ने कहा कि अपने हक की लड़ाई लड़ने का अधिकार सबको है। आप उचित फोरम पर अपने हक के लिए लड़ाई लड़े और संबंधित फोरम से अपने पदाधिकारी होने की मुहर लगवा लें। उचित फोरम जिसको ऑथरिटी देगा वह जिला में क्रिकेट का संचालन करेगा पर वर्तमान समय में जो बिना विवाद का क्रिकेट संचालन हो रहा है उसमें टांग अड़ाना छोड़ दें यह पटना क्रिकेट के लिए अच्छा होगा।
पटना जिला में क्रिकेट संचालन के लिए गठित समिति के अध्यक्ष राजेश कुमार और सदस्य रहबर आबदीन ने पटना जिला क्रिकेट संघ संचालन समिति से पंजीकृत खिलाड़ी बिहार में होने वाले वैसे किसी भी टूर्नामेंट के भागीदार नहीं बने जो बिहार क्रिकेट संघ या बिहार क्रिकेट संघ से मान्यता प्राप्त जिला यूनिट से पंजीकृत नहीं हो। ऐसा इसीलिए कहना पड़ रहा है क्योंकि ऐसा देखा जा रहा है कि पटना जिला क्रिकेट लीग खेलने वाले कई खिलाड़ी दूसरे जिला में आयोजित होने वाले गैर पंजीकृत टूर्नामेंट में खेल चुके हैं।
इन दोनों ने कहा कि खिलाड़ियों के लिए खेल के साथ-साथ अनुशासन भी जरूरी है और यह उसी का एक हिस्सा है। आप जिस संस्था से जुड़े हैं उसके कायदे कानून का पालन करें।