भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक के महिला 50 किग्रा कुश्ती के फाइनल में पहुंच गई है। सेमीफाइनल में विनेश फोगाट ने क्यूबा के युस्नेलिस गुज़मान लोपेज़ को 5-0 से पराजित किया।
इस जीत के साथ विनेश ओलंपिक के फाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गईं। 29 वर्षीय विनेश ने पेरिस ओलंपिक में पदक पक्का कर लिया है। यह ग्रीष्मकाली खेलों में उनका पहला पदक होगा।
इसके पहले क्वार्टर फाइनल मैच में यूक्रेन की ओसाना लिवाच को हराकर अंतिम चार में जगह पक्की की।
शुरुआती दौर में शीर्ष वरीयता प्राप्त जापान की युई सुसाकी को 3-2 हराकर बड़ा उलटफेर करने वाली विनेश ने आठवीं वरीयता प्राप्त पहलवान को 7-5 से शिकस्त दी।
ओसाना के खिलाफ पहले पीरियड में 2-0 की बढ़त बनाने के बाद विनेश ने दूसरे पीरियड की शुरुआत में अपनी बढ़त 4-0 की कर ली।
ओसाना ने भी अंक हासिल कर मैच में वापसी करने की कोशिश की और उन्होंने विनेश की बढ़त को दो अंकों (5-3) तक सीमित कर दिया। विनेश पर इस समय थकान हावी हो रही थी और उन्होंने अपने कोच से चैलेंज लेने के लिए कहा। वीडियो रेफरी ने देखने के बाद इसे खारिज कर दिया और विनेश को एक और अंक का खामियाजा भुगतना पड़ा। उन्हें हालांकि इस दौरान खुद को तरोताजा करने के लिए कुछ सेकेंड मिल गये।
विनेश ने यूक्रेन की पहलवान को बाहर धकेल कर दो अंक हासिल कर अपनी बढ़त को 7-4 कर लिया। ओसाना इसके बाद एक अंक हासिल करने में सफल रही लेकिन यह विनेश को रोकने के लिए काफी नहीं था।
इससे पहले विनेश ने चार बार की विश्व चैम्पियन और तोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता सुसाकी को हारकर बड़ा इन खेलों का सबसे बड़े उलटफेर में से एक किया। जापान की पहलवान के लिए अंतरराष्ट्रीय कुश्ती में यह पहली हार है जिससे विनेश की यह सफलता और भी खास हो जाती है।
विनेश के खिलाफ मुकाबले में आखरी कुछ सेकेंड से पहले सुसाकी पास 2-0 की बढ़त थी।
अपना तीसरा ओलंपिक खेल रही विनेश ने अपने अनुभव का पूरा इस्तेमाल कर आखिरी पांच सेकेंड में जापान की चैम्पियन पहलवान को टेकडाउन कर दो अंक हासिल करने में सफल रही।
जापान की टीम ने इसके खिलाफ अपील भी की लेकिन रेफरी ने वीडियो रीप्ले देखने के बाद उसे खारिज कर दिया जिससे विनेश को एक और अंक मिला और उन्होंने 3-2 से जीत हासिल कर ली।
इस 29 साल की पहलवान ने पिछले साल भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृज भूषण सिंह शरण पर यौन दुर्व्यवहार का आरोप लगाने के बाद उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए काफी समय मैट से दूर बिताया था।
विनेश पहली बार 50 किग्रा में चुनौती पेश कर रही है। इससे पहले वह 53 किग्रा में खेलती थी।
विनेश शुरुआती एक मिनट मे सुसाकी कोई पकड़ बनाने का कोई मौका नहीं दिया। सुसाकी हालांकि दूसरे मिनट में बढ़त बनाने में सफल रही।
विनेश ने सुसाकी की आक्रमण का अपनी मजबूत रक्षण से शानदार जवाब दिया।
दूसरे पीरियड में भी सुसाकी विनेश की रक्षण को भेदने में सफल नहीं रही लेकिन उन्होंने एक अंक हासिल कर 2-0 की बढ़त बना ली।
विनेश ने अपना सर्वश्रेष्ठ आखिरी कुछ सेकेंडों के लिए बचा रखा था और उनके अचानक से अपनाये गये आक्रामक रवैये ने जापान की पहलवान को संभलने का मौका नहीं दिया।