बेंगलुरु, 31 अगस्त। राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक मणिकांत होबलीधर और तेजस शिरसे को 63वीं राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दूसरे दिन क्रमश: 100 मीटर स्प्रिंट और 110 मीटर बाधा दौड़ में शनिवार को स्वर्ण पदक से चूक गये जहां युवा धावकों ने दबदबा बनाया।
ओडिशा के 21 वर्षीय धावक लालू प्रसाद भोई ने अपने से अधिक अनुभवी धावकों को पछाड़ कर 10.46 सेकंड के समय के साथ 100 मीटर दौड़ को अपने नाम किया।
राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक सेना के मणिकांत 10.48 सेकंड के साथ दूसरे स्थान पर रहे जबकि रेलवे के शिवा बी 10.50 सेकंड के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
रेलवे के अनुभवी अंतरराष्ट्रीय धावक अमलान बोरगोहेन 10.51 सेकंड के समय के साथ चौथे स्थान पर रहे, जबकि सेना के एक अन्य अनुभवी धावक गुरिंदरवीर सिंह 10.55 सेकंड के समय के साथ पांचवें स्थान पर रहे।
महिलाओं की 100 मीटर दौड़ में कड़ा मुकाबला रहा। फोटो फिनिश में रेलवे की नित्या गांधे ने कर्नाटक की स्नेहा एसएस को पछाड़ दिया।
दोनों धावकों का समय समान 11.57 सेकंड था। रेलवे की गिरिधरानी 11.64 सेकंड के साथ तीसरे स्थान पर रहीं।

पुरुषों की 110 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में रेलवे के राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक शिरसे को सत्र में पहली हार का सामना करना पड़ा। वह रेलवे के मानव आर के बाद दूसरे स्थान पर रहे। मानव ने 13.86 जबकि शिरसे ने 14.01 सेकंड का समय लिया।
दिल्ली के एक अन्य एथलीट हरमनजीत सिंह के लिए यह दुखद था क्योंकि वह पुरुषों की 110 मीटर बाधा दौड़ की फाइनल दौड़ में हाथ में फ्रैक्चर के कारण बाहर हो गए।
पुरुषों की 400 मीटर दौड़ में, दिल्ली के 23 वर्षीय तुषार मन्ना ने 45.97 सेकंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता। सेना के मोहित कुमार ने रजत (46.13 सेकंड) और रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड के विक्रांत पांचाल ने 46.33 सेकंड के साथ कांस्य पदक जीता।
महाराष्ट्र की ऐश्वर्या मिश्रा ने महिलाओं की 400 मीटर दौड़ में स्वर्ण (53.77 सेकंड) पदक अपने नाम किया। गुजरात की देव्यानिबा जाला (53.87 सेकंड) ने रजत पदक , जबकि आंध्र प्रदेश की कुंजा राजिथा 54.27 सेकंड के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया।
महिलाओं की भाला फेंक में, अनुभवी एथलीट और ओलंपियन अन्नू रानी ने 58.97 मीटर के कम प्रयास के साथ आराम से स्वर्ण पदक जीता।