उलान उदे। छह बार की चैंपियन एम सी मैरीकॉम (51 किलो) महिला विश्व चैम्पियनशिप के इतिहास में सबसे सफल मुक्केबाज बन गई जिन्होंने सेमीफाइनल में पहुंच कर आठवां पदक पक्का कर लिया जबकि पहली बार खेल रही मंजू रानी (48 किलो) और जमुना बोरो (54 किलो) भी सेमीफाइनल में पहुंच गई।
तीसरी वरीयता प्राप्त मैरीकॉम ने कोलंबिया की वालेंशिया विक्टोरिया को 5-0 से हरा अंतिम चार में जगह बनाई। हरियाणा की रानी ने शीर्ष वरीयता प्राप्त और पिछले बार की कांस्य पदक विजेता दक्षिण कोरिया की किम हयांग मि को 4-1 से मात दी। वहीं असम राइफल्स की बोरो ने जर्मनी की उर्सुला गोटलोब को इसी अंतर से हराया।
जीत के बाद मैरीकॉम कहा कि पदक सुरक्षित करके मैं बहुत खुश हूं लेकिन फाइनल में पहुंचने से और खुशी होगी। उन्होंने कहा,यह मेरे लिए अच्छा मुकाबला था और अब मैं सेमीफाइनल में बेहतर प्रदर्शन करना चाहूंगी।
सेमीफाइनल में शनिवार को उनका सामना दूसरी वरीयता प्राप्त तुर्की की बुसेनाज साकिरोग्लू से होगा जो यूरोपीय चैम्पियनशिप और यूरोपीय खेलों की स्वर्ण पदक विजेता है। उन्होंने चीन की केइ जोंग्जू को क्वार्टर फाइनल में हराया।
रानी का सामना अब थाईलैंड की सी रकसात से होगा जिसने पांचवीं वरीयता प्राप्त यूलियानोवा असेनोवा से होगा। वहीं बोरो शीर्ष वरीयता प्राप्त एशियाई खेलों की पूर्व कांस्य पदक विजेता हुआंग सियाओ वेन से होगा।
दो बार की कांस्य पदक विजेता कविता चहल (प्लस 81 किलो) हालांकि बेलारूस की कैटसियारिना कावालेवा से 0-5 से हार गई। मैरीकॉम ने संयम के साथ खेलते हुए अपने मौकों का इंतजार किया। उनका अनुभव उनकी सफलता की कुंजी साबित हुआ। उनके सीधे पंच काफी प्रभावी थे और उन्होंने विक्टोरिया के डिफेंस को भेद दिया।