पटना। राजधानी के ऊर्जा स्टेडियम में संपन्न हुए कर्नल सीके नायडू क्रिकेट अंडर-23 क्रिकेट टूर्नामेंट में मणिपुर ने बिहार को चौंकाते हुए तीन विकेट से जीत हासिल कर पूरे छह अंक अपने खाते में डाल लिये। इस जीत से मणिपुर अंक तालिका में 15 अंकों के साथ बिहार से ऊपर चौथे नंबर पर पहुंच गया जबकि बिहार 14 चौथे अंकों के साथ पांचवें स्थान पर है।
क्रिकेट जानकारों का कहना है कि बिहार की इस हार की मुख्य वजह है गैर जिम्मेदाराना बल्लेबाजी। बिहार के बल्लेबाजों ने दोनों पारियों में बहुत खराब खेला। पहली पारी में बिहार ने मात्र 48 और दूसरी पारी में 162 रन बनाये थे। मणिपुर ने पहली पारी में 127 रन जबकि दूसरी पारी में सात विकेट पर 87 रन बनाये।
क्रिकेट जानकार कहते हैं कि मणिपुर हर एक-दो साल के बाद इसी तरह बिहार को चौंकाते रहता है। इसके पहले धनबाद सहित अन्य जगहों पर अलग-अलग ग्रुप के मैचों में बिहार को मात दी है। क्रिकेट जानकारों का कहना है कि इस हार से बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के प्रबंधन और खिलाड़ियों को सबक लेनी चाहिए।
सीके नायडू क्रिकेट में बिहार ने अबतक चार मैच खेले हैं जबकि ओड़िशा और मणिपुर से हार मिली है। बिहार का अगला मैच सिक्किम के खिलाफ कटक में 13 जनवरी से खेला जायेगा।
मणिपुर ने चौथे दिन तीसरे दिन के पांच विकेट पर 46 रन से आगे खेलना शुरू किया। मणिपुर को जीत के लिए 38 रनों की जरुरत थी जबकि बिहार को जीत के लिए पांच विकेट चाहिए था। नीतेश ने 12 और कप्तान किशन (0) से आगे खेलना शुरू किया, लेकिन ज्यादा देर तक नीतेश का साथ नहीं दे सके। मात्र तीन रन बना कर वे मेजबान कप्तान सचिन कुमार सिंह की गेंद पर पगबाधा आउट हुए।
इसके बाद नीतेश और विकास सिंह ने पारी को आगे बढ़ाया और जीत की दहलीज पर पहुंचा दिया। जीत से एक रन जब दूर मणिपुर था तो नीतेश को प्रशांत कुमार सिंह ने सौरभ सिंह के हाथों कैच करवा दिया लेकिन तब तक वे अपना काम कर चुके थे और 38.2 ओवर में सात विकेट पर 87 रन बना कर मणिपुर ने जीत हासिल कर ली। नीतेश ने 84 गेंदों में चार चौकों की मदद से 32 और विकास सिंह ने 32 गेंदों में 1 चौका व 1 छक्का की मदद से नाबाद 13 रन बनाये। बिहार की ओर से विकास झा ने 30 रन देकर दो, सचिन कुमार सिंह ने 17 रन देकर 3 और प्रशांत कुमार सिंह ने 1 विकेट चटकाये।