नईदिल्ली। सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर कभी लार्ड्स में टेस्ट सैकड़ा नहीं लगा पाये लेकिन विराट कोहली इन दोनों दिग्गजों के इस क्लब में शामिल होने से बचना चाहेंगे और इस ऐतिहासिक मैदान पर तिहरे अंक में पहुंचकर शतक का लंबा इंतजार खत्म करने की कोशिश करेंगे।
कोहली पिछले नौ टेस्ट मैचों की 15 पारियों में शतक लगाने में असफल रहे हैं। उनके नाम पर टेस्ट क्रिकेट में 27 शतक दर्ज हैं लेकिन नवंबर 2019 के बाद से वह तिहरे अंक में पहुंचने के लिए तरस रहे हैं। इसके बाद उन्होंने जो 15 पारियां खेली हैं उनमें 345 रन बनाये हैं और उनका औसत 23.00 है।
भारत को गुरुवार से दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में लार्ड्स के उस मैदान पर इंग्लैंड का सामना करना है जिसमें भारतीय दिग्गज रन बनाने के लिये जूझते रहे। गावस्कर ने इस मैदान पर 10 पारियों में 340 रन बनाये हैं जिसमें दो अर्धशतक शामिल हैं जबकि तेंदुलकर ने यहां जो नौ टेस्ट पारियां खेली हैं उनमें वह कभी 50 रन तक भी नहीं पहुंचे।
कोहली ऐसे किसी रिकार्ड से बचना चाहेंगे। भारतीय कप्तान ने लार्ड्स में अब तक चार पारियां खेली हैं जिनमें उन्होंने 65 रन बनाये तथा उनका उच्चतम स्कोर 25 रन है। कोहली नॉटिघम में पहले टेस्ट मैच की एकमात्र पारी में पहली गेंद पर आउट हो गये थे और लार्ड्स में वह भारत को तीसरी जीत दिलाने के लिये बड़ा स्कोर बनाने को बेताब होंगे।
भारत के एक अन्य भरोसेमंद बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा की कहानी भी कोहली जैसी ही है। पुजारा ने पिछली 32 पारियों से टेस्ट शतक नहीं लगाया है। इस बीच उन्होंने 27.64 की औसत से 857 रन बनाये हैं। लार्ड्स में उन्होंने भी दो मैच खेले हैं जिनकी चार पारियों में वह केवल 89 रन बना पाये और उनका उच्चतम स्कोर 43 रन है।
असल में भारत की वर्तमान टीम में अजिंक्य रहाणे को छोड़कर कोई भी अन्य बल्लेबाज लार्ड्स में टेस्ट मैचों में शतक नहीं लगा पाया है। रहाणे ने 2014 में इस ऐतिहासिक मैदान पर पहली पारी में 103 रन बनाकर भारत की 95 रन से जीत में अहम भूमिका निभायी थी।
भारत के चोटी के छह बल्लेबाजों में रोहित शर्मा और ऋषभ पंत लार्ड्स में पहली बार टेस्ट मैच खेलेंगे जबकि केएल राहुल ने यहां 2018 में जो एकमात्र टेस्ट मैच खेला था उसकी दोनों पारियों में उन्होंने कुल मिलाकर 18 रन बनाये थे।
वैसे भारत के दिलीप वेंगसरकर के नाम पर लार्ड्स में लगातार तीन शतक जमाने का रिकार्ड है। उन्होंने इस मैदान पर 1979 में 107 रन बनाकर शुरुआत की और फिर इसके बाद 1982 में 157 और 1986 में नाबाद 126 रन की उम्दा पारियां खेली थी। भारत ने 1986 में उनकी शानदार पारी के दम पर पहली बार लार्ड्स में टेस्ट मैच जीता था।
भारत ने अब तक लार्ड्स में कुल 18 टेस्ट मैच खेले हैं जिनमें केवल दो मैचों में उसे जीत मिली जबकि 12 मैच उसने गंवाये हैं। बाकी चार मैच ड्रा समाप्त हुए।