सिडनी। इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान यूएई की धीमी पिचों पर लगभग दो महीने तक खेलने के बाद भारतीय बल्लेबाजों ने सोमवार को पारंपरिक टेनिस गेंद ट्रेनिंग के साथ आस्ट्रेलिया की जीवंत पिचों पर खेलने की तैयारी की।
फॉर्म में चल रहे लोकेश राहुल ने अपने पुल शॉट को परफेक्ट करने के लिए कड़ा अभ्यास किया। सोमवार को नेट अभ्यास के दौरान 18 गज की दूरी से गेंदों का सामना किया।
हालांकि इस तरह के अभ्यास सत्र में कुछ भी हैरानी भरा नहीं था क्योंकि अधिक उछाल वाली पिचों पर खेलने की तैयारी के लिए खिलाड़ी इस तरह की ट्रेनिंग करते हैं।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा ट्विटर पर पोस्ट किए गए वीडियो में सीनियर ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को टेनिस रैकेट का इस्तेमाल करते देखा गया। वह भारत की सीमित ओवरों की टीम के कार्यवाहक उप कप्तान राहुल को सर्विस करके गेंद खिला रहे थे और इस दौरान उनकी पसलियों को निशाना बना रहे थे।
राहुल पुल शॉट खेलने के दौरान गेंद को जमीन पर रखने का प्रयास कर रहे थे जिसमें भारतीय कप्तान विराट कोहली माहिर हैं। कम दूरी से टेनिस गेंद से अभ्यास करने का मुख्य कारण यह है कि गेंद काफी तेजी से आती है और इससे बल्लेबाज का प्रतिक्रिया देने का समय बेहतर होता है।
How is that for innovation? 😎@ashwinravi99 grabs 🎾 racquet while @klrahul11 faces volleys with his 🏏 #TeamIndia pic.twitter.com/03ZV003SdV
— BCCI (@BCCI) November 16, 2020
इसलिए जब क्रिकेट की मूल गेंद का इस्तेमाल 22 गज की पिच पर किया जाता है तो बल्लेबाज को उसे खेलने के लिए कुछ समय अधिक मिलता है।
टीम के सीनियर तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें वह गुलाबी कूकाबूरा गेंद के साथ गेंदबाजी करते हुए दिख रहे हैं।
शमी भारत की तीनों प्रारूपों की टीम का हिस्सा हैं और भारत को उनके कौशल की सबसे अधिक जरूरत चार टेस्ट की श्रृंखला के दौरान पड़ेगी जिसकी शुरुआत एडीलेड में 17 दिसंबर को दिन-रात्रि टेस्ट के साथ होगी।
शमी ने ट्वीट किया, ‘‘अपने देश के लिए खेलने से बेहतर कोई अहसास नहीं है। टीम इंडिया के नेट पर गेंदबाजी करने का लंबा इंतजार आज खत्म हो गया। आस्ट्रेलिया दौरे को लेकर उत्सुक हूं। ’’