पटना। आईपीएल फ्रेंचाइजी खरीदने को लेकर जेके ग्रुप ऑफ कंपनीज पूरी तरह से दृढ़संकल्प हैं। हमें उम्मीद थी यह मौका हमें वर्ष 2021 में मिल जायेगा पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एजीएम में गुरुवार को हुए फैसले के बाद हमें एक साल इंतजार करना पड़ेगा। हमें भी इसकी तैयारियों को पुख्ता करने का समय मिल गया है। ये बातें जेके ग्रुप ऑफ कंपनीज के सर्वेसर्वा जितेंद्र कुमार सिंह ने खेलढाबा.कॉम से विशेष बातचीत में कही।
गौरतलब है कि अहमदाबाद में आयोजित एजीएम में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 2022 सत्र से आईपीएल में 10 टीमों को शामिल करने की गुरुवार को मंजूरी दी।आईपीएल 2021 में फिलहाल आठ टीमों हिस्सा लेती हैं जिनमें मुंबई इंडियंस, दिल्ली कैपिटल्स, राजस्थान रॉयल्स, चेन्नई सुपर किंग्स, किंग्स इलेवन पंजाब, कोलकाता नाइट राइडर्स, सनराइजर्स हैदराबाद और रॉयल चेलेंजर्स बेंगलुरु शामिल हैं।
आईपीएल फ्रेंचाइजी खरीदने को लेकर अबतक किये गए कार्यों के संबंध में जितेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि बहुत कम समय में इसके बहुत सारे कार्य कर लिये थे। अगर इस वर्ष इसके लिए बीसीसीआई अनुमति देती तो हम पूरी ताकत के साथ इसकी बोली लगाते।
उन्होंने कहा कि हमें बहुत सारी कंपनियों की ओर से सहयोगी बनने का ऑफर आ चुका है। जे के ग्रुप ऑफ कंपनीज की ओर से कप्तान कूल महेंद्र सिंह धौनी के सहयोगी सत्यप्रकाश व बिहार रणजी क्रिकेट टीम के प्लेयर संजीव सिन्हा का योगदान सराहनीये रहा। जे के ग्रुप ऑफ कंपनीज को मदद पहुंचाने के लिए दुबई की मोबाइल कंपनी लावा, बिहार से दवा की कंपनी अलकेमिस्ट, बिहार की सबसे बड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनी अंशुल कंस्ट्रक्शन, दिल्ली के लेदर की सबसे बड़ी कंपनी ,असम से चाय की बड़ी कंपनी, संतोष मेडिकल कॉलेज गाज़ियाबाद जैसी बहुत सारी कंपनियों ने जे के ग्रुप ऑफ़ कम्पनीज के साथ सहयोग करने का वायदा किया है।
उन्होंने कहा कि हमारा आईपीएल टीम फ्रेंचाइजी खरीदने का बस एक ही मकसद है बिहार व झारखंड के प्लेयरों को बेहतर मौका प्रदान करना। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि बिहार व झारखंड के क्रिकेटरों को आईपीएल में खेलने का बेहतरीन मौका मिले। उन्होंने कहा कि हम अगर इसमें सफल हुए तो हमारी टीम का नाम होगा जेके दबंग बिहार-झारखंड।