जमशेदपुर। झारखंड के नेशनल कबड्डी प्लेयर सरदार जसविंदर सिंह का गुरुवार को हार्ट अटैक के कारण देहांत हो गया। स्व. जसविंदर सिंह 72 वर्षों के थे. वे अपने पीछे पुत्र रिंकू सिंह समेत चार पुत्रियों का भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
आज उनका दाह संस्कार पार्वती घाट पर कर दिया गया। जसविंदर सिंह की योग्यता को देखते हुए टाटा स्टील ने नौकरी दी एवं वह टाटा स्टील की तरफ से कबड्डी खेलते थे। इनका जीवन भी संघर्षों से भरा रहा है।
वर्ष 2003 में 21 सितंबर को रामदास भट्टा में इनके घर पर डकैती के नियत से डकैतों ने हमला कर दिया था। परंतु जसविंदर सिंह एवं उनकी पुत्रियों ने मेहंदी हसन नामक डकैत को पकड़ लिया था और उसे पुलिस के हवाले कर दिया था। इस दौरान डैकतों ने जसविंदर सिंह को उन्हें गोली मार दी थी। 20 वर्षों से गोली से जख्मी होने के कारण चलने फिरने में असमर्थ थे। वह घर पर ही रहते थे। उनकी पुत्रियों को झारखंड सरकार एवं सेंटर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा सम्मान पत्र भी दिया गया था।
उनके निधन पर झारखंड प्रदेश गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह, मानगो गुरुद्वारा के प्रधान भगवान सिंह, साकची गुरुद्वारा के प्रधान हरविंदर सिंह मंटू समेत सीजीपीएससी संचालन समिति एवं कई विभिन्न गुरुद्वारों कमेटियों ने गहरा दुख व्यक्त किया उन्हें श्रद्धांजलि दी. स्वर्गीय जसविंदर सिंह की अंतिम अरदास बिष्टुपुर गुरुद्वारा में 24 अप्रैल को दोपहर 1:00 बजे होगी।