शैलेंद्र कुमार
पटना। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में आईपीएल के 13वें एडिशन का आगाज हो चुका है। लेकिन राजधानी पटना में इस बार लीग से उत्पन्न होनेवाला उत्साह अब तक कहीं नहीं दिख रहा है। भारत में क्रिकेट के प्रति दीवानगी पूरे विश्व में ज्यादा है। लेकिन गत वर्ष तक आईपीएल मैचों के प्रति जो दीवानगी शुरू होने के 15 दिन पहले से देखी जाती थी, उसकी झलक अबतक नहीं दिखी है। हो सकता है आगे दिखायी दे। यह सब कोरोना वायरस के कारण है।
आईपीएल शुरू होने से पहले हीं इसमें खेलने वाली टीमों के ‘कलरफुल ड्रेसेज की बिक्री शुरू हो जाती थी। फैशन परस्त युवा जोड़ी इन ड्रेसेज को पहन कर आनन्दित होते थे। कई बड़े-बड़े शो-रूम लक्की ड्रॉ का स्कीम चलाकर खेलप्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करते थे।
राजधानी के बड़े-बड़े होटलों के प्रबंधक अपने रेस्टूरेन्ट में आईपीएल मैच को दिखाने हेतु बड़े-बड़े स्क्रीन वाले एलईडी टेंलीविजन के साथ-साथ मैदान का अनुभव करने की व्यवस्था करते थे। मैच का लुत्फ लजीज व्यंजनों का स्वाद लेते हुए करने की व्यवस्था होती थी। अबतक राजधानी का कोई भी होटल प्रबंधन इस बार व्यवस्था नहीं किया है। ऐसा कोरोना वायरस से बचाव के लिए जारी गाइड लाइन के कारण हो रहा है। हां यह जरूर है राजधानी से दूर हट हाईवे जंक्शन रेस्टूरेंट ने इस कमी को पूरा करने का प्रयास किया है जहां खुले वातावरण में आप लजीज व्यंजनों के साथ आईपीएल का मजा ले सकते हैं।
राजधानी के अधिकांश मार्केटों में टेलीविजन के शो-रूम हैं। इन शो-रूम के ऑनर अपने मुख्य द्वार के आगे आम नागरिकों को मैच का लुत्फ उठाने के लिए सबसे बड़े स्क्रीन का टीवी सेट लगा देते थे। क्रिकेट के दीवाने राह चलते-चलते मैच का लुत्फ उठाते थे। एक प्रतिष्ठिïत शो रूम के प्रबंधन ने कहा कि कोरोना के कारण सबकुछ ठहर सा गया है। हम टीवी लगा देंगे। लोग देखने के लिए एकत्रित हो जायेंगे। इसके बाद कानूनी दांव-पेंच का सामना करना पड़ेगा।
वैसे भी स्कूल-कॉलेज-कोचिंग संस्थानों के बाद रहने के कारण राजधानी के अधिकांश छात्रावास खाली पड़े हैं। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र अपने-अपने घरों पर हीं रुके हुए हैं। जो छात्र पटना लौटे भी हैं, तो वे अपना-अपना सामान लेकर घर लौटना चाह रहे हैं। तात्पर्य यह है कि स्थानीय युवा वर्ग को छोड़ बाहरी युवा यहां कोरोना काल में रहना नहीं चाह रहे हैं। नतीजा सड़क पर खड़े हो मैच कौन देखेगा।
राजधानी में क्रिकेट एकेडमी भी कोरोना गाइड लाइन के कारण बंद हैं। अधिकांश प्रशिक्षुओं के गार्जीयन अपने बच्चों को मैदान पर नहीं भेजना चाह रहे हैं। इस स्थिति में एकेडमी के संचालक अपने-अपने मैदान पर आईपीएल शुरू होने की खुशी में कार्यक्रम करने से बच रहे हैं। इसके आयोजन से कोई लाभ तो नहीं मिलेगा।
फ्रेजर रोड, स्टेशन रोड पर अवस्थित बड़े-बड़े शो-रूम एवं खेल सामग्री विक्रेताओं की दुकानों पर वर्तमान आईपीएल में खेलने वाली टीमों की जर्सी नहीं दिख रहीं है। इस कोरोना वायरस के डर से आईपीएल के दिवाने भी भयभीत है। यह जरूर है कि बाहर आईपीएल का रोमांच नहीं दिख रहा हो पर घर में इसका मजा टीवी पर देख कर ले सकते हैं।