नई दिल्ली, 13 अगस्त। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने बुधवार को अपनी विशेष आम सभा (एसजीएम) में सर्वसम्मति से 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेज़बानी के लिए भारत की बोली को मंजूरी दे दी। इस आयोजन को “समावेशी” और “भव्य” बनाने के लिए सभी पदक देने वाले खेलों को शामिल करने की घोषणा की गई है।
भारत पहले ही अहमदाबाद को मेज़बान शहर के रूप में प्रस्तावित करते हुए ‘एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट’ जमा कर चुका है। हालांकि अंतिम बोली 31 अगस्त 2025 तक जमा करनी होगी।
आईओए अध्यक्ष पी.टी. उषा ने कहा कि अहमदाबाद के साथ-साथ 2010 के मेज़बान दिल्ली और खेल अवसंरचना के लिए मशहूर भुवनेश्वर भी मेज़बान शहर की सूची में हैं। यह निर्णय सर्वसम्मति से हुआ है और हमारी तैयारियां जल्द शुरू होंगी। हमारे पास तीनों शहरों में बेहतरीन सुविधाएं हैं।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि 2026 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स परिस्थितियों के कारण छोटे पैमाने पर होंगे, जबकि भारत 2030 में 2010 जैसी भव्यता के साथ आयोजन करेगा। 2026 संस्करण से हॉकी, बैडमिंटन, कुश्ती और शूटिंग जैसे प्रमुख खेल लागत के कारण हटा दिए गए हैं लेकिन भारत में ये सभी खेल शामिल होंगे।
अगर भारत को 2030 की मेज़बानी मिलती है, तो यह दूसरी बार होगा जब देश कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजित करेगा। इससे पहले 2010 में दिल्ली ने सफलतापूर्वक इन खेलों की मेज़बानी की थी।